पंडित श्रीरामजीत द्विवेदी
21 सितंबर दिन शनिवार को चंद्रमा मेष उपरांत वृष राशि पर संचार करने वाले हैं और शनि अपनी ही मूल त्रिकोण राशि में होने से शश राजयोग का निर्माण हो रहा है। साथ ही आज भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है और इस तिथि को चतुर्थी तिथि का श्राद्ध किया जाता है। श्राद्ध पक्ष के चौथे दिन शश राजयोग के साथ हर्षण योग, मालव्य योग और भरणी नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है, जिससे आज के दिन का महत्व भी बढ़ गया है।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, कल बन रहे शुभ योग का लाभ 5 राशियों को मिलेगा। इन राशियों का कल घर का माहौल धार्मिक रहने वाला है और मित्रों व संबंधियों के आने से परिवार में उत्साह बढ़ेगा। आइए जानते हैं आज यानी 21 सितंबर का दिन किन किन राशियों के लिए लकी रहने वाला है।
मेष (♈): आज आप ऊर्जा से भरपूर रहेंगे। नए कार्यों में रुचि लेंगे। किसी पुराने मित्र से मुलाकात हो सकती है।
वृषभ (♉): आर्थिक मामलों में लाभ होने की संभावना है। निवेश के नए अवसर मिल सकते हैं। रिश्तों में मधुरता रहेगी।
मिथुन (♊): आज आपको मिश्रित परिणाम मिल सकते हैं। कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले सोच-विचार करें। सेहत का ध्यान रखें।
कर्क (♋): पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी। कार्यक्षेत्र में प्रमोशन के योग हैं। दोस्तों से मदद मिलेगी।
सिंह (♌): आज आपका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ रहेगा। किसी पुराने प्रोजेक्ट को पूरा करने में सफल हो सकते हैं। आर्थिक लाभ के संकेत हैं।
कन्या (♍): स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें। कार्यक्षेत्र में मेहनत के बावजूद संतोषजनक परिणाम न मिलें। धैर्य रखें।
तुला (♎): प्रेम संबंधों में सकारात्मकता आएगी। नई योजनाओं में सफलता मिलेगी। धन संबंधी मामलों में सावधानी बरतें।
वृश्चिक (♏): आज आपका ध्यान परिवार पर केंद्रित रहेगा। संपत्ति के मामलों में लाभ हो सकता है। मानसिक शांति प्राप्त होगी।
धनु (♐): यात्रा के योग हैं, जो आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगी। कार्यस्थल पर नए अवसर मिलेंगे। धन लाभ के योग हैं।
मकर (♑): आज का दिन मेहनत से भरा रहेगा। आप अपनी प्रतिभा के बल पर कुछ बड़ा हासिल कर सकते हैं। सेहत का ध्यान रखें।
कुंभ (♒): नए लोगों से मुलाकात होगी जो भविष्य में आपके लिए लाभदायक हो सकती है। आज धन खर्च अधिक होगा।
मीन (♓): आध्यात्मिकता की ओर झुकाव बढ़ेगा। किसी पुराने विवाद का समाधान मिलेगा। वित्तीय स्थिति मजबूत होगी।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."