चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक गंभीर अपराध का मामला सामने आया है, जिसमें दो मुस्लिम युवकों पर एक दलित वर्ग की शादीशुदा महिला के साथ बलात्कार का आरोप लगा है।
इनमें से एक आरोपी मौलाना नूर अहमद अज़हरी है, जो मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का पदाधिकारी बताया जा रहा है। दूसरा आरोपी फिरदौस है, जिसने पीड़िता का अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया और जान से मारने की धमकी दी।
घटना की शुरुआत तब हुई जब पीड़िता के जेठ के साथ फिरदौस नाम का युवक उनके घर आया, जिसने खुद को ‘हृदेश’ के नाम से पेश किया।
धीरे-धीरे ‘हृदेश’ ने पीड़िता से नजदीकियाँ बढ़ाईं और फिर विश्वास में लेकर कई बार उसके साथ बलात्कार किया। जब पीड़िता की तबियत खराब हुई, तो फिरदौस उसे इलाज के बहाने मौलाना नूर अहमद अज़हरी के पास लेकर गया, जो झाड़-फूँक करने का दावा करता था।
मौलाना ने पीड़िता पर भूत-प्रेत का साया बताकर पूरी रात उसका यौन शोषण किया। इस दौरान फिरदौस ने पीड़िता का अश्लील वीडियो भी बना लिया और उसे ब्लैकमेल करते हुए बार-बार बलात्कार किया।
7 सितंबर 2024 को पीड़िता ने हिम्मत जुटाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उसने मौलाना और फिरदौस के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BNS) और SC/ST एक्ट के तहत FIR दर्ज की है।
इस घटना से पहले मौलाना नूर अहमद अज़हरी ने एक अन्य विवाद में भी भूमिका निभाई थी, जब उसने चंगेज खान नामक युवक के समर्थन में पूरनपुर थाने पर भीड़ जुटाकर हंगामा किया था।
चंगेज पर OBC वर्ग की एक हिंदू महिला के घर में घुसकर यौन शोषण का आरोप है। इस हंगामे में मौलाना ने हिंदू संगठनों के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था, और भविष्य में बड़े हंगामे की धमकी भी दी थी।
Author: samachar
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