संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक पूर्व डीआईजी के घर से उनकी पालतू पर्शियन बिल्ली चोरी हो गई। यह घटना परिवार के लिए बेहद तनावपूर्ण थी, क्योंकि यह बिल्ली उनके परिवार में बहुत प्रिय थी। बिल्ली के अचानक गायब हो जाने से पूरा परिवार परेशान हो गया, और उन्होंने तुरंत इस बारे में कैंट पुलिस को सूचित किया।
सूचना मिलते ही कैंट पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और बिल्ली की खोजबीन में जुट गई। इस काम के लिए इंस्पेक्टर रणधीर मिश्रा के निर्देश पर उप निरीक्षक चंदा कुमारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। पुलिस ने घटना के आसपास के क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और अंततः एक संदिग्ध महिला की पहचान की, जो अपने दो बच्चों के साथ बिल्ली को बोरी में भरते हुए दिखाई दी।
जांच के दौरान पता चला कि वह महिला कोई और नहीं, बल्कि पड़ोस में काम करने वाली नौकरानी थी। जब पुलिस ने उस महिला से पूछताछ की तो उसने शुरू में अनजान बनने की कोशिश की, लेकिन पुलिस के दबाव और घर की तलाशी के बाद बिल्ली उसी के घर से बरामद हुई। नौकरानी ने स्वीकार किया कि वह बिल्ली उसे बहुत प्यारी लगती थी और उसकी महंगी कीमत के कारण वह उसे खरीद नहीं सकती थी, इसलिए उसने लालच में आकर उसे चुरा लिया।
इस घटना के बाद, पूर्व डीआईजी के परिवार ने नौकरानी की माफी स्वीकार कर ली और उसके खिलाफ दर्ज शिकायत वापस ले ली।
पुलिस ने नौकरानी को चेतावनी देकर छोड़ दिया, और भविष्य में ऐसी गलती न करने की हिदायत दी। इस प्रकार, मामले का समाधान शांति से हो गया और परिवार को उनकी प्यारी बिल्ली वापस मिल गई।
Author: samachar
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