जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़। मंडलायुक्त मनीष चौहान ने आयुक्त सभागार में तीनों जिलों में 50 लाख एवं उससे अधिक लागत की निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा की। इस बैठक में, बिना पूर्व अनुमति प्राप्त किए संयुक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा के अनुपस्थित रहने पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जाहिर की। इसके चलते उन्होंने संयुक्त निदेशक का एक दिन का वेतन रोकने और उनसे स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
मऊ जिले के नेमडांड़ में स्थित सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) का निर्माण कार्य वर्ष 2017 से लंबित है, जिसका मुख्य कारण पुराने भवन को हटाया नहीं जाना है। इस स्थिति से नाराज होकर मंडलायुक्त ने अपर निदेशक स्वास्थ्य को तत्काल आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
इसके अलावा, आजमगढ़ और बलिया जिलों के कुछ थानों में बैरक और विवेचना कक्षों का निर्माण कार्य जल्द से जल्द, अगले माह के अंत तक पूरा करने का निर्देश भी दिया गया है। फूलपुर में 100 शैय्या वाले अस्पताल का निर्माण कार्य भी अगले माह के अंत तक पूरा करने का आदेश दिया गया है।
बलिया नगर पालिका परिषद के अंतर्गत कई परियोजनाओं के लिए भूमि की अनुपलब्धता की समस्या सामने आई है। मंडलायुक्त ने निर्देश दिया कि जिलाधिकारी से तत्काल संपर्क कर वास्तविक स्थिति से अवगत कराया जाए।
मंडलायुक्त ने लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत हो रहे सड़क निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की। इस दौरान, अपर आयुक्त प्रशासन कमलेश कुमार अवस्थी, संयुक्त विकास आयुक्त धर्मेंद्र प्रताप सिंह, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग योगेंद्र सिंह, अर्थ एवं संख्याधिकारी डॉ. नीरज श्रीवास्तव और हेमंत कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
Author: samachar
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