नौशाद अली की रिपोर्ट
डीएम बलरामपुर ने राप्ती नदी के कटान रोकने के लिए किए गए काम की रिपोर्ट न देने पर वाराणसी अनुरक्षण खंड के एक्सईएन सुजीत कुमार सिंह को तलब किया है।
हाल ही में राप्ती नदी का जलस्तर घटा है, जिसके कारण नदी की कटान की गति में तेजी आ गई है। वर्तमान में नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 27 सेंटीमीटर नीचे बह रहा है, और कटान की स्थिति गंभीर हो गई है, जिससे कई गांवों को खतरा उत्पन्न हो रहा है।
बलरामपुर जिले के सदर तहसील के ढोंढरी गांव के पास राप्ती नदी की कटान को रोकने के लिए कुछ समय पहले बैराज यांत्रिक अनुरक्षण खंड वाराणसी के अधिकारियों द्वारा कटानरोधी काम किया गया था। लेकिन स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि इस काम में बड़े पैमाने पर अनियमितता हुई है।
उनका कहना है कि तटबंध कमजोर हो गया है और नदी की कटान तेजी से गांव के करीब पहुंच रही है। अगर कटान को प्रभावी ढंग से नियंत्रित नहीं किया गया, तो गांव का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है। इसके अलावा, तुलसीपुर और उतरौला तहसील के कई गांव भी कटान से प्रभावित हो सकते हैं।
डीएम बलरामपुर ने राप्ती नदी के कटान पर लगातार नजर रखने की बात की है और तीनों तहसीलों के कटान प्रभावित गांवों के लेखपालों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है।
ढोंढरी गांव के पास पिछले साल कराए गए कटानरोधी काम की रिपोर्ट 20 अगस्त को कलेक्ट्रेट सभागार में होने वाली बैठक में तलब की जाएगी।
Author: samachar
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