Explore

Search

November 1, 2024 11:48 pm

भारत माता की जयकारे से गूंजा शहर ; बालाजी मंदिर से अमर शहीद रामचन्द्र विद्यार्थी स्मारक स्थल तक निकली भव्य तिरंगा यात्रा

3 Views

इरफान अली लारी की रिपोर्ट

देवरिया। हर घर तिरंगा यात्रा का उद्देश्य भारतीय ध्वज के प्रदर्शन के माध्यम से राष्ट्रीय गौरव और एकता को बढ़ावा देना है। ये अभियान देशभक्ति और राष्ट्रीय पहचान की भावना को मजबूत करते हुए नागरिकों को अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रोत्साहित करने के व्यापक अभियान की पहल का हिस्सा है।

उक्त बातें कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कही। बुधवार को कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के नेतृत्व में बालाजी मंदिर से अमर शहीद रामचन्द्र विद्यार्थी स्मारक स्थल तक भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई।  बिहार प्रान्त के कैबिनेट मंत्री हरि सहनी, एमएलसी रतन पाल सिंह, सदर विधायक डॉ शलभ मणि त्रिपाठी, बालाजी मंदिर के महंत स्वामी राजनारायणाचार्य जी, नपा अध्यक्षा अलका सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। इसके उपरांत अमर शहीद रामचंद्र विद्यार्थी शहीद स्मारक स्थल पर पहुंच कर उनके बलिदान दिवस पर पुष्प अर्पित कर नमन किया गया।  तिरंगा यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। भारत माता की जय और वंदे मातरम के जयघोष के साथ तिरंगा यात्रा प्रस्थान की।

      स्काउट बैंड, एनसीसी, स्कूली छात्र-छात्राओं ने देश भक्ति का जज़्बा दिखाया। वंदे मातरम, जय जवान जय किसान, भारत माता की जय के नारों से शहर गुंजायमान रहा। मेरा रंग दे बसंती चोला.. ए मेरे वतन के लोगों सहित दर्जनों देशभक्तिपूर्ण गीतों ने राष्ट्रवाद की अलख जगा दी। महात्मा गांधी, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव सहित अमर शहीदों के जयकारे ने माहौल को अत्यंत प्रभावपूर्ण बना दिया।

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने भी बड़ी संख्या में भागीदारी निभाई। यात्रा कसया रोड स्थित श्री तिरुपति बाला जी मंदिर से निकाल कर सुभाष चौक पर नेता जी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति पर माल्यार्पण किया और शहीद रामचन्द्र विद्यार्थी स्मारक स्थल पर पुष्प अर्पित कर माल्यार्पण किया।

     इसके उपरांत अमर शहीद रामचंद्र विद्यार्थी स्मारक स्थल पर देशभक्ति से परिपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया एवं स्कूली छात्रों ने अपनी प्रस्तुति दी।

इस अवसर पर कृषि मंत्री ने कहा कि हमे अपने विरासत पर गर्व है। हजारों साल तक हमारा देश विभिन्न कारणों से गुलाम रहा। स्वतंत्रता संग्राम में शहीदों ने अपने जीवन का बलिदान किया और हंसते हुए फांसी के तख्तों को चूम लिया। हमारा तिरंगा झंडा हमारे आन-बान-शान, एकता, अखंडता एवं संस्कृति का प्रतीक है।  

कृषि मंत्री ने कहा कि शहीद रामचंद्र विद्यार्थी मात्र 13 वर्ष की अल्पायु में ही देश के लिये जो शहादत दी वह एक मिसाल है। उनका यह बलिदान स्वतंत्रता संग्राम में अविस्मणीय तथा सभी के लिये प्रेरणादायी है।

उन्होंने कहा कि देसही देवरिया क्षेत्र के नौतन हथिया गढ के रहने वाले रामचंद्र विद्यार्थी महात्मा गांधी के आह्वान पर भारत छोडो आन्दोलन में कूद पड़े तथा अपने साथियों संग देवरिया कचहरी पहुंच कर अंग्रेजो का झंडा यूनियन जैक उतार कर भारतीय झंडा लहरा दिया। अंग्रेजी हुकूमत के परगना अधिकारी उमराव सिंह ने गोली चलाने का आदेश दिया। अंग्रेजो की गोली से रामचन्द्र विद्यार्थी के अलावा सोहदरापट्टी के सोना उर्फ शिवराज सोनार, पैकौली गांव के बन्धु उर्फ धिन्हू तथा कतरारी के गोपी मिश्र शहीद हो गये थे। आज इन शहीदों के शहादत दिवस पर हम नमन करतें है।

बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री हरि सहनी ने कहा कि अनगिनत युवाओं के बलिदान, त्याग व संघर्ष से देश को स्वतंत्रता मिली है। हम सभी को इनके बलिदान से प्रेरणा लेनी चाहिये।

सदर विधायक ने कहा कि अमर शहीदों का बलिदान हमारी आने वाली पीढियों में भी देश भक्ति की भावना जागृत करती रहेगी। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने अमर शहीद रामचन्द्र विद्यार्थी को श्रद्धाजंलि अर्पित की और उनकी वीरता को नमन किया।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा, एडीएम प्रशासन गौरव श्रीवास्तव, एसडीएम विपिन द्विवेदी, एमएलसी प्रतिनिधि राजू मणि, डीपीओ कृष्णकांत राय, ईओ संजय तिवारी, डीआईओएस शिव नारायण सिंह, अंतर्यामी सिंह, राजेश मिश्रा, प्रभाकर तिवारी सहित विभिन्न अधिकारी एवं गणमान्य जन उपस्थित थे।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."