जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
बलिया के भरौली बॉर्डर पर ट्रकों से अवैध वसूली के मामले में फरार हेड कॉन्स्टेबल विष्णु यादव को पुलिस की एसओजी टीम ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।
इससे पहले रविवार को वसूली गैंग के सरगना और नरही के निलंबित थानेदार पन्नेलाल को गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया था। दोनों आरोपितों को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस का दावा है कि पन्नेलाल के सरकारी आवास की तलाशी के दौरान सोने के सिक्के और नगदी भी बरामद की गई है।
इस मामले में बलिया के भरौली बॉर्डर से ट्रकों से अवैध वसूली की रिपोर्ट के बाद, वाराणसी जोन के एडीजी पीयूष मोर्डिया और आजमगढ़ के डीआईजी वैभव कृष्ण ने पिछले बुधवार को बड़े पैमाने पर कार्रवाई की। इस दौरान दो पुलिसकर्मियों के साथ 18 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
फरार थानेदार पन्नेलाल और हेड कॉन्स्टेबल विष्णु यादव की गिरफ्तारी के बाद, डीआईजी वैभव कृष्ण और बलिया के एसपी विक्रांत वीर ने दोनों से नरही थाने में घंटों पूछताछ की। एडीजी जोन भी सोमवार को बलिया पहुंचकर पन्नेलाल से अवैध वसूली के संबंध में पूछताछ की।
पन्नेलाल के सील किए गए सरकारी आवास की तलाशी में पुलिस को 83,600 रुपये, दो सोने के सिक्के, तीन मोबाइल फोन, दो टाइटन घड़ियां और एक डायरी मिली है।
इस डायरी में वसूली की जानकारी दर्ज होने की संभावना है। हालांकि, मामले के विवेचनाधिकारी एएसपी शुभम अग्रवाल ने इस बारे में खुलासा करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि बरामद चीजों को विवेचना में शामिल किया जाएगा।
गिरफ्तार पुलिसकर्मियों को वाराणसी की विशेष अदालत में पेश कर जेल भेजा गया है। इस मामले में निलंबित कोरंटाडीह चौकी इंचार्ज राजेश कुमार और दो अन्य सिपाहियों के साथ कुछ दलालों की भी तलाश जारी है।
गोरखपुर में गिरफ्तार पन्नेलाल की मौजूदगी में उसके सरकारी आवास की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान न तो कोई अवैध वस्तु मिली और न ही किसी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी का खुलासा हुआ।
थाने पर ग्राम प्रधान रामनारायण पासवान और सामाजिक कार्यकर्ता अवनीश कुमार को बुलाकर तलाशी की वीडियो रिकॉर्डिंग करवाई गई, जिसमें पन्नेलाल ने खुद आवास का ताला तोड़ा और तलाशी की प्रक्रिया में शामिल रहा।
वहीं, बलिया एसओजी टीम ने सोमवार को लक्ष्मणपुर से एक शराब माफिया को गिरफ्तार किया है, जिससे शराब तस्करों और बालू खनन करने वालों में हड़कंप मच गया है।
पुलिस अधिकारियों ने नरही से लेकर कोटवा नारायणपुर तक के पशु व शराब तस्करों और खनन माफियाओं को चिह्नित किया है। पुलिसकर्मियों का गैंग इन माफियाओं से वसूली करता था।
Author: samachar
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