सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर सीविल सेवा की पढ़ाई करने वाले बच्चों के लिए “मक्का”के समान है। देश के हर कोने से लाखों बच्चे, आंखों में सीविल सेवक बनने का सपना संजोए ओल्ड राजेंद्र नगर में प्रवेश करते हैं।
फिर लाखों रुपए फिस देकर किसी भी नामी-गिरामी IAS बनाने की फैक्ट्री का भाग बन जाते हैं। लेकिन उन बच्चों को बदले में क्या मिलता है?सरकारी लापरवाही के कारण मौत?दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित राव आईएस कोचिंग सेंटर की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है। 70 सालों से संस्थान चलाने का दावा करने वाले और लाखों में बच्चों से फीस लेने वाले इस संस्थान ने सभी कानून को ताक पर रख कर बेसमेंट में स्टडी सेंटर बना रखा था। जहां पानी भरने के कारण तीन बच्चों की जान चली गई। गौरतलब है कि, इस संस्थान का मालिक और प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, इस स्टडी सेंटर के खिलाफ छात्र भी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
देश के कई हिस्सों में है ब्रांच
राव आईएएस स्टडी सर्किल संस्थान की शुरुवात 70 साल पहले डॉ एस राव ने की थी। यह संस्थान दावा करती है कि साल 1953 से देश के सभी ब्यूरोक्रेट्स में एक तिहाई अफसर उनके यहां से पढ़े हुए हैं। हालांकि, इस संस्थान की शुरुवात पॉलिटिकल सांइस पढ़ाने से की थी, लेकिन बाद में जाकर सिविल सेवा की तैयारी करवाने लगे। इस संस्थान का अन्य ब्रांच दिल्ली, जयपुर और बेंगलुरु में स्थित है। इस कंपनी में 51 से 200 तक कर्मचारी काम कर रहे हैं। इस संस्थान के सीईओ डॉ अभिषेक गुप्ता हैं, जिसे घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
लाखों की है फीस
अगर कोचिंग संस्थान की फीस की बात करें तो आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, जनरल स्टडीज के ऑफलाइन फाउंडेशन कोर्स की फीस एक लाख 75 हजार रुपये है। इसमें लाइव ऑनलाइन कोर्स की फीस 95,500 रुपये है। वहीं ऑप्शनल मेंस फाउंडेशन कोर्स की फीस 55,500 रुपये है, इसमें ऑनलाइन कोर्स की फीस 45,500 रुपये है। वहीं सीसैट फाउंडेशन कोर्स की फीस 18,500 रुपये है। इसमें ऑनलाइन कोर्स की फीस 12,500 रुपये है।
Author: samachar
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