चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
आम जनता को महंगाई का करंट एक बार फिर लगा है। आलू, प्याज और टमाटर के भाव आसमान छूने लगे हैं। फुटकर बाजार में एक महीने में टमाटर के दाम दोगुना हो गए हैं। 30-35 रुपये किलो बिकने वाला आलू 40-45 रुपये किलो तक पहुंच गया है। प्याज तो बगैर कटे ही रुला रहा है। कीमतें 40 रुपये किलो पार कर गई हैं। हालांकि लौकी जरूर 60 रुपये से घटकर 40-50 रुपये किलो में बिक रही है।
आढ़तियों का कहना है कि बारिश के कारण उत्पादन कम हो गया और आवक भी कमजोर होने से दाम बढ़े हैं। अभी कुछ दिन कीमतें बढ़ी रहेंगी। सीजन में ही दाम नीचे आएंगे।
इस वजह से बढ़े सब्जियों के भाव
टमाटर महंगाई की मार से जिस तेजी से लाल हो रहा है। इसकी कीमत 80 रुपये से बढ़कर 100 के पार जाने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में यह आम लोगों की थाली से गायब होता जा रहा है।
भारतीय किसान एवं आढ़ती वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष नजमुद्दीन राईनी ने बातया कि बारिश के कारण अमरोहा का टमाटर खत्म हो गया है। अब बेंगलुरु से आ रहा है। थोक मंडी में यह 50-55 रुपये प्रति किलो बिक रहा है, जबकि तीन-चार दिन पहले 30-35 रुपये किलो में बिक रहा था। उन्होंने बताया कि 20 जुलाई के बाद दामों में कमी आएगी।
वहीं दुबग्गा फल सब्जी व्यापारी समिति के महामंत्री शाहनवाज हुसैन ने बताया कि मंडी में टमाटर 1700-2000 रुपये प्रति क्रेट (25 किलो) हो गया है। इसके अलावा आलू 24-25 रुपये किलो हो गया है। अभी नया आलू सिर्फ हल्द्वानी से आ रहा है। एक-दो दिनों में बेंगलुरु से आने लगेगा।
अभी खपत और बढ़ेगी
युवा किसान आढ़ती व्यापार मंडल के अध्यक्ष मयंक सिंह ने बताया कि सहालग के कारण आलू, प्याज और टमाटर की खपत बढ़ेगी। इससे दामों में और इजाफा होगा। फतेहगंज के सब्जी विक्रेता सुरेश सोनकर ने बताया कि टमाटर 80 रुपये किलो, आलू 35-40 रुपये और प्याज 40-50 रुपये किलो के पार तक पहुंच गया है।
Author: samachar
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