अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
“मैं अपनी परेशानियों से हार चुका हूं। अब सहने की क्षमता नहीं रह गई। इसलिए सुसाइड कर रहा हूं। कोई कार्यक्रम मत करना, बस ऐसे ही कहीं फेंक देना। लव यू बेटा।” यह घटना बहुत ही दुखद और हृदय विदारक है। एक पिता द्वारा फादर्स डे के दिन अपने बेटे को सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या करना, उसके दर्द और निराशा का गहरा संकेत है। इस प्रकार की घटनाएँ मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और सहायता की आवश्यकता को दर्शाती हैं।
अगर आप या आपका कोई जान-पहचान वाला इस प्रकार की स्थिति का सामना कर रहा है, तो कृपया मदद लें। मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, काउंसलर या किसी भरोसेमंद व्यक्ति से बात करना बहुत महत्वपूर्ण है।
जीवन की कठिनाइयों और परेशानियों के बावजूद, हर समस्या का समाधान होता है। मदद मांगने से कभी न हिचकिचाएँ। आपके जीवन का मूल्य अनमोल है और इसे बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए।
सुसाइड नोट पढ़ने के बाद हर कोई हैरान है कि आखिर एक पिता ने अपने बेटे से ऐसी गुजारिश क्यों की, अपनी लाश का दाह संस्कार तक करने से मना कर दिया और कहा कि ऐसे ही कहीं फेंक देना।
ये हैरान कर देनी वाली घटना उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले की है। यहां नैनी इलाके में फादर्स डे पर एक पिता ने ऐसा कदम उठा लिया, जिससे उसके पूरे घर में मातम पसर गया। नैनी के रहने वाले संजय सक्सेना ने अपने बेटे को एक इमोशनल नोट लिखा और अपनी जिंदगी को अलविदा कह दिया। संजय सक्सेना एक NGO चलाते थे और कुछ दिनों से आर्थिक रूप से काफी परेशान थे। आज फादर्स डे को जब संजय की पत्नी और बेटे कहीं गए हुए थे, तब उन्होंने अपने घर पर ही जीवन लीला समाप्त कर ली।
कमरे में रस्सी से लटक रही थी लाश
प्रयागराज पुलिस के मुताबिक, संजय सक्सेना का परिवार जब घर लौटा तो संजय कहीं नजर नहीं आए। घरवालों ने सोचा ऊपर के कमरे में सो रहे हैं। जब जाकर देखा तो उनकी लाश रस्सी से लटक रही थी। मौके पर जब कमरे की जांच की तो एक सुसाइड नोट मिला। घटना के बाद से परिवार गहरे सदमे में है। पुलिस के मुताबिक, इन दिनों संजय बहुत परेशान थे। संजय के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें लिखा है।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
डियर बेटा लव, “मैं अपनी परेशानियों से हार चुका हूं। तुमको इस तरह से परेशान नहीं देख सकता हूं। इसलिए मैं आत्महत्या कर रहा हूं। अब बेटा मेरे पास न कुछ कहने को है, न कुछ सहने को। मैं जिंदगी से हार गया हूं। तुम और अनामिका ध्यान रखना। अब सहने की क्षमता नहीं रह गई। कोई कार्यक्रम मत करना, बस ऐसे ही कहीं फेंक देना। लव यू बेटा।”
फिलहाल नैनी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच-पड़ताल में जुटी है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."