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November 1, 2024 9:01 pm

पोस्टमार्टम घर में लाशों की ढेर से फैल रही बदबू ने इलाके को तंग कर दिया है, पढिए क्या है मामला? 

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट

कानपुर। मॉर्च्युरी में इन दिनों शवों की तादाद बढ़ने से हाहाकार की स्थिति है। दुर्गंध से आसपास करीब किलोमीटर तक का क्षेत्र परेशान है। भीषण गर्मी के बीच दुर्गंध सहन न हुई तो सड़क की ओर भागे जिससे जाम लग गया। 

कानपुर शहर इस समय लाशों के शहर में तब्दील होता नजर आ रहा है। 72 घंटों में लगातार सड़कों पर मिलने वाले शवों ने पुलिस को हैरान कर दिया है और इतने शवों से शहर का माहौल भी बदल गया है। इतने शवों के मिलने की वजह अभी साफ नहीं हुई है, लेकिन इस संख्या ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। शहर के अलग अलग थाना क्षेत्रों में मिल रहे लावारिस शवों ने पुलिस को एक नए काम में उलझा दिया है और अब पुलिस सिर्फ इन बड़ी संख्या में मिले शवों की शिनाख्त में लग गई है। हालांकि अभी तक 65 शव पोस्टमार्टम हाउस पहुंच चुके हैं। 

पोस्टमार्टम हाउस के हॉल में एनजीओ की तरफ से एसी लगाने आए मैकेनिक लाशों का ढेर देख भाग निकले। एसी दुकानदार से पूछा गया तब पता चला कि कर्मचारी लाशें देख डर गया। देर रात दूसरा इलेक्ट्रीशियन भेजा गया तो वह अपना सामान छोड़कर भाग निकला। सुबह से शाम तक 24 और शव आए। देररात तक ज्ञात और अज्ञात 35 शवों का पोस्टमार्टम किया गया। रात तक 32 शव रखे थे। 

पोस्टमार्टम हाउस में भी अफरातफरी का माहौल रहा। सुबह 10 बजे से पहले इंचार्ज डॉ. नवनीत चौधरी पहुंचे। साथी डॉक्टर उनके बाद आए। पहर 12 बजे तक सिर्फ शव ही परिजनों को सौंपे जा सके। बजे के करीब डॉ. आशीष मिश्रा और डॉ. विपुल पहुंचे तब प्रक्रिया ने तेजी पकड़ी और शाम तक कुल 35 शवों का पोस्टमार्टम हो सका। डॉ. नवनीत चौधरी ने बताया अज्ञात शव को 72 घंटे तक रोकना प्रक्रिया का हिस्सा है। 

अलग-अलग स्थानों पर लोगों की मौत हो गई। झकरकटी बस अड्डा स्थित एआरएम ऑफिस के पीछे युवक का शव मिला। उसके पास से पुलिस को आधार कार्ड मिले। पहले आधार पर नाम गुलाम रजा पुत्र बक्सुल्ला पता-कथार परगना भेलमऊ कानपुर नगर और जन्मतिथि 1 जनवरी 1965 लिखा था। वहीं दूसरे आधार कार्ड पर गुलाम रजा पुत्र बक्सुल्ला निवासी पिपरगद्दी सिद्धार्थनगर अंकित था। इसी तरह संकटमोचन मंदिर के पास शव मिला। शिनाख्त हरी मस्जिद बर्रा के पास निवासी 53 वर्षीय प्रवीन सहगल के तौर पर हुई। नौबस्ता हंसपुरम में सुमित श्रीवास्तव का शव मिला। वह कॉलेज में कम्प्यूटर लैब में काम करते थे। छपेड़ा पुलिया के पास 50 वर्ष के अधेड़ का शव मिला। इसकी शिनाख्त नहीं हो सकी। 

इसी तरह कानपुर देहात के रसूलाबाद थाना क्षेत्र के बैरीसॉल गांव निवासी 58 वर्षीय शिवमंगल डंपर चलाता था। बताया गया कि वह महोबा के कबरई से गिट्टी लादकर लखनऊ जा रहा था। घाटमपुर के धर्मपुर बंबा के पास पहुंचा तभी डंपर चलाते हुए उसकी हालत बिगड़ने लगी। पास ही मेडिकल स्टोर देख उसने डंपर को हाईवे किनारे खड़ा किया और दवा लेने जाने लगा , अचानक वह गश खाकर गिर गया। 

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."