दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
गोंडा। तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी और कांग्रेस नेता करुणा सागर ने भारतीय महिलाओं की पिछड़ती पर अपनी बात रखी है, उनके मुताबिक भाजपा सरकार को महिलाओं के मुद्दे पर गंभीरता से नहीं उत्तरने की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि अगर सरकार महिलाओं के मुद्दे को गंभीरता से लेती, तो वर्ल्ड जेंडर पैरिटी इंडेक्स में भारत की महिलाओं की स्थिति आज इतनी पिछड़ी नहीं होती।
करुणा सागर ने वर्ल्ड जेंडर पैरिटी इंडेक्स के बारे में बताया है कि पिछले साल तक भारत 127वें पायदान पर था, लेकिन इस साल यह रैंकिंग 146 देशों में से 129वें पायदान पर आ गया है। उन्होंने कहा है कि इससे साफ जाहिर होता है कि मोदी सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। उनकी बातों से यह प्रकट होता है कि देश की आधी आबादी को आज भी न्याय नहीं मिल रहा है और महिलाओं की स्थिति में सुधार की जरूरत है, लेकिन केंद्र सरकार इस मुद्दे पर अपनी सक्रियता दिखा नहीं रही है।
करुणा सागर ने मंत्रिमंडल में महिलाओं की कम भागीदारी पर अपनी चिंता व्यक्त की है, उन्होंने कहा कि वास्तव में सरकार नारी वंदना शक्ति अधिनियम जैसे कानून लाकर आई, लेकिन महिलाओं को सम्मान देने में मंत्रिमंडल ने नाकामी दर्शाई है। उन्होंने बताया कि यूपी के उन्नाव से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के मामले में महिलाओं का सम्मान उड़ा गया है, जबकि भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोप उठाए गए हैं। इसके साथ ही, वे दिल्ली पुलिस की दुर्व्यवहार की भी आलोचना करती हैं जब महिलाएं अपने अधिकारों के लिए सड़क पर उतरती हैं।
करुणा सागर ने अपनी बात में व्यक्त किया है कि बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय पर यौन शोषण के आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा है कि इस पूरी प्रक्रिया से स्पष्ट होता है कि बीजेपी बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ जैसे योजनाओं पर विश्वास नहीं करती, और महिलाओं के साथ दुराचार करने वालों को संरक्षण देती है। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार के महिलाओं संबंधित मुद्दों पर किए गए दावे पूरी तरह खोखले हैं।
Author: samachar
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