दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद अब बदलने लगा है। यूपी के चुनावी माहौल को अपने पक्ष में करने के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक को एकजुट करने का प्रयास किया। पीडीए पॉलिटिक्स ने अल्पसंख्यकों को एकजुट रखा। वहीं, ओबीसी और दलित समुदाय को इंडिया गठबंधन के साथ जोड़ा। इसमें उन्हें बड़े स्तर पर सफलता मिली। यूपी की 80 में से 43 सीटों पर विपक्षी गठबंधन को जीत मिली। सबसे अधिक अल्पसंख्यक वर्ग को साधने के लिए अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने बड़ी रणनीति अपनाई। उन्होंने तमाम इलाकों में कांग्रेस गारंटी कार्ड पहुंचवाया गया। कांग्रेस गारंटी कार्ड में जीत के बाद 8500 प्रति महीना और सालाना 1 लाख रुपये महिलाओं को दिए जाने की घोषणा की गई थी। चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद मुस्लिम महिलाओं का समूह अब लखनऊ स्थित कांग्रेस कार्यालय पर पहुंच रहा है। दरअसल, राहुल गांधी ने चुनावी रैलियों में महिलाओं को जीत के बाद खटाखट-खटाखट 8500 रुपये 5 जून को मिलने का दावा किया था।
लखनऊ स्थित कांग्रेस कार्यालय पर लगी लंबी लाइन
लखनऊ स्थित कांग्रेस कार्यालय पर 8500 रुपये मासिक और सालाना एक लाख रुपये दिए जाने की मांग की जा रही है। महिलाओं का कहना है कि कांग्रेस की ओर से गारंटी कार्ड दी गई है। इसमें जीत के बाद 8500 रुपये मिलने का वादा किया गया है। 5 जून को खाते में पैसा आने की बात कही गई। लेकिन, पैसा नहीं आया तो महिलाएं कांग्रेस कार्यालय पहुंच गईं। वह पता करने आई थीं कि कैसे उनके खाते में यह पैसे आएंगे? इस बारे में कांग्रेस कार्यालय पर अधिकारियों की ओर से कुछ बताया नहीं जा रहा था। इस पर महिलाएं परेशान दिखीं।
महिलाओं से क्या किया गया वादा?
कांग्रेस की ओर से वोटरों के बीच वितरित की गई गारंटी कार्ड में दावा किया गया कि युवा न्याय के तहत एक लाख रुपये वेतन मिलेगा। हर शिक्षित युवा की पहली नौकरी पक्की होगी। नारी न्याय के तहत एक लाख रुपये हर साल हर गरीब महिला को मिलेगा। इसके अलावा किसान न्याय के तहत कर्ज माफी, श्रमिक न्याय के हतत 400 रुपये प्रति दिन मजदूरी और हिस्सेदारी न्याय के तहत जातिगत जनगणना की बात कही गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यूपी की चुनावी रैलियों में बड़ा दावा किया। उन्होंने महिलाओं को एक लाख रुपये दिए जाने की बात कही।
कांग्रेस कार्यालय पर लगी लंबी लाइन
लखनऊ स्थित कांग्रेस कार्यालय पर सैंकड़ों महिलाएं कतार में खड़ी हो गईं। इसमें से अधिकांश ने बुर्का पहना था। यह वोटिंग के बाद किए गए चुनावी वादे को पूरा कराने की लाइन थी। कांग्रेस कार्यालय की लंबी लाइन में सबसे बड़ी वजह है कि राहुल गांधी का खटाखट एक लाख वाला चुनावी वादा पूरा कराने की मांग। राहुल गांधी ने कहा था कि सरकार बनते ही खटाखट एक लाख रुपये आएंगे। अब उस वादे को पूरा कराए जाने की मांग शुरू हो गई है।
क्या कह रही हैं महिलाएं?
कांग्रेस कार्यालय पर पहुंची एक महिला ने कहा कि पैसा मिलना था, इसीलिए आए हैं। 8500 रुपये महीना दिए जाने की बात कही गई। बुधवार को कांग्रेस कार्यालय पर आई बुर्कानशीं महिला ने बताया कि सुबह से ही हम यहां आए हुए हैं। दोपहर हो गई, लेकिन अब तक हमें कुछ नहीं बताया गया है। दूसरी महिला ने कहा कि राहुल गांधी जी ने हमें बताया है कि 8 हजार-साढ़े 8 हजार रुपये आएंगे। इसलिए हम पैसे लेने आए हैं। कभी कहा जा रहा है कि 4 बजे आओ। कभी कहते हैं 12 बजे आओ। फॉर्म ही नहीं मिल रहा है। फार्म मिल जाए तब तो। सरकार को जो देना होगा, देगी।
लखनऊ से पहुंची महिला ने कहा कि हमें एक फॉर्म मिला था। इसमें पूरा विवरण भरना है। हमें कांग्रेस ऑफिस में काम करने वाली लता जी ने यह फॉर्म दिया था। बुधवार सुबह कार्ड मिलने की बात महिला ने कही। महिला ने कहा कि हमें कहा गया कि फॉर्म भरकर कार्यालय में जमा कर दीजिए। इसके बाद मोबाइल पर मैसेज आएगा। सुबह हमें फॉर्म दिया गया। अब यहां जमा करने आए हैं तो कोई है ही नहीं। अब हम वापस जा रहे हैं।
महिलाओं ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने पैसे देने का वादा किया था और अब INDIA गठबंधन ने बेहतर प्रदर्शन किया है, “इसलिए हम गारंटी कार्ड जमा करने आए हैं”। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में गरीब महिलाओं को सालाना 1 लाख रुपये देने का वादा किया है। वायरल वीडियो में बड़ी तादाद में मुस्लिम महिलाओं को लखनऊ में कांग्रेस दफ्तर के बाहर भीषण गर्मी में कतार में खड़े देखा जा सकता है। ऐसा ही दृश्य बैंगलोर के कांग्रेस दफ्तर के सामने भी देखने को मिला है। वहां भी बड़ी तादाद में बुर्कानशीं महिलाएं ‘खटाखट’ के नाम से ऐलान किए गए पैसे मांगने गारंटी कार्ड लेकर पहुंची हैं।
कुछ महिलाओं ने ‘गारंटी कार्ड’ की मांग की, वहीं जिन लोगों को पहले कार्ड मिल चुके थे, उन्होंने अपने अकाउंट में पैसे डालने करने के लिए फॉर्म डिपाजिट किए। कुछ महिलाओं ने दावा किया कि उन्हें पैसे के लिए डिटेल्स के साथ फॉर्म जमा करने के बाद कांग्रेस कार्यालय से रसीदें भी दी गईं हैं।
दरअसल, कांग्रेस ने ‘घर-घर गारंटी’ स्कीम शुरू किया था, जिसके तहत नेताओं को तकरीबन 80 मिलियन घरों तक पहुंचने और उन्हें इसकी 25 गारंटियों के बारे में बताने का जिम्मा सौंपा गया था। इन गारंटियों में महालक्ष्मी योजना भी शामिल थी, जिसके तहत पार्टी ने वादा किया था कि वो गरीबी रेखा से नीचे (BPL) रहने वाले परिवारों की महिला मुखिया के बैंक अकाउंट में सीधे 8,500 रुपये प्रति माह डालेगी। यह योजना कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार की गृह लक्ष्मी गारंटी योजना की तरह ही है, जिसमें गरीब परिवारों की महिला मुखिया को 2,000 रुपये देने का ऐलान किया गया था।
लखनऊ में मुस्लिम महिलाएं कांग्रेस कार्यालय पहुंची 'गारंटी कार्ड' के साथ, राहुल गांधी इनको ₹1 लाख देने का वादा करके आये है चुनाव प्रचार के दौरान – महिलाएँ🤣🤣
क्या कांग्रेस ने झूठे चुनावी वादे करके इन महिलाओं को बेवकूफ बनाया है ??? pic.twitter.com/KhnSDkxQNT
— Prof. Sudhanshu (@Sudanshutrivedi) June 5, 2024
हालाँकि, चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस ने गृह लक्ष्मी, बेरोज़गारी भत्ता, महिलाओं को फ्री बस सेवा, जैसी गारंटियां लागू करने का दावा तो किया, लेकिन इसके बाद जब पार्टी के विधायक अपने क्षेत्रों में विकास कार्य करवाने के लिए डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के पास पहुंचे, तो उन्होंने कह दिया कि अभी गारंटियों में पूरा पैसा लग चूका है और विकास कार्यों के लिए पैसा नहीं है।
लखनऊ के बाद अब बैंगलोर में #खटाखट खटाखट एक लाख लेने पहुंची मुस्लिम महिलाऐं pic.twitter.com/5P66AKLhaH
— राम सागर वर्मा जय श्री महाकाल सत्यम शिवम सुंदरम (@ramsagar4375452) June 6, 2024
यही नहीं, कुछ महीने पहले जब कर्नाटक में भीषण सूखा पड़ा, तो भी कांग्रेस सरकार के पास उससे निपटने के लिए पैसा नहीं था, केंद्र ने उसे 3,454 करोड़ रुपये जारी किए थे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."