नितेश कटियार की रिपोर्ट
कानपुर देहात : नाबालिग प्रेमिका को बहला कर लें जाने के आरोप में युवक कई माह जेल में रहा। दस दिन पहले उसे जमानत मिल गई। बाहर आने पर वह फिर प्रेमिका से मिला। दोनों के घर वाले इसका विरोध कर रहे थे। साथ जी न सके तो दोनों एकसाथ मरने का फैसला किया। बबूल के पेड़ में फांसी पर लटक गए। ये घटना कानपुर देहात जिले की रामपुर शिवली गांव की है।
गांव के बाहर खड़े बबूल के पेड़ में प्रेमी युगल के शव लटके देख ग्रामीणों की भीड़ लग गई। दोनों की पहचान रामपुर शिवली निवासी मदन और शकुंतला के रूप में हुई। ये जानकारी होते ही दोनों ही घरों में कोहराम मच गया।
सीओ रसूलाबाद ने बताया कि पिछले साल अगस्त में मृतक मदन पर नाबालिग को बहला कर लें जाने और पॉक्सो एक्ट की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर नाबालिग को बरामद कर लिया गया था। इसी मामले में वह कई महीने जेल में रहा। दस दिन पहले उसे जमानत मिली। इसके बाद उसने प्रेमिका के साथ फांसी लगाकर जान दे दी। कोतवाल संजय गुप्ता ने बताया कि दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
नाबालिग ने घर जाने से किया था इनकार
नाबालिग को ले जाने के आरोप में पुलिस ने जब मदन को गिरफ्तार किया था, तब नाबालिग ने अपने परिजनों के साथ घर जाने से इनकार कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने उसे नारी निकेतन भेजा था। हालांकि, उसकी इच्छा पर नारी निकेतन से बाद में उसे घर भेज दिया गया था। 16 मई को जेल से बाहर आते ही वह फिर प्रेमी से मिली थी। कानूनी दांवपेच की वजह से मदन को जेल जाना पड़ा, लेकिन मदन और शकुंतला दोनों एक-दूसरे को प्यार करते थे। शकुन्तला नहीं चाहती थी कि मदन पर कोई कार्रवाई हो। परिजनों ने उस पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इससे वह नाराज थी।
Author: samachar
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