आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उत्तर प्रदेश के रायबरेली में जनसभा करने पहुंचे थे। उन्होंने एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। रायबरेली से कांग्रेस नेता राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं तो बीजेपी ने उनके सामने योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को उतारा है। अमित शाह जनसभा करने के बाद सीधे सपा के बागी विधायक मनोज पांडे के घर पहुंच गए। अमित शाह के इस कदम से राहुल गांधी की डगर मुश्किल हो सकती है।
आधे घंटे तक मनोज पांडे और अमित शाह में हुई मुलाकात
करीब आधे घंटे तक अमित शाह मनोज पांडे के घर पर मौजूद रहे। बताया जाता है कि अमित शाह ने दोपहर का खाना भी मनोज पांडे के ही घर पर खाया। बता दें कि मनोज पांडे ने फरवरी में हुए राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करते हुए भाजपा उम्मीदवार को वोट दिया था। उसके बाद से ही वह सपा से नाराज बताए जा रहे हैं।
राज्यसभा चुनाव में वोटिंग से पहले ही सपा विधायक मनोज पांडे ने विधानसभा में अपनी पार्टी के मुख्य सचेतक पद से भी इस्तीफा दे दिया था। मनोज पांडे ऊंचाहार विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर तीन बार से लगातार विधायक निर्वाचित हो रहे हैं। राज्यसभा चुनाव में इन्होंने सपा से बगावत कर भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोटिंग की। माना जा रहा है कि वह अपने क्षेत्र में बीजेपी को समर्थन कर सकते हैं।
ऐसे में मनोज पांडे का भी सपा को झटका देना बीजेपी के लिए अच्छा साबित हो सकता है। सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन है। रायबरेली में मनोज पांडे के बगावत से कांग्रेस को मुसीबत हो सकती है। बता दें कि पहले भी रायबरेली और अमेठी से सपा उम्मीदवार नहीं उतारती थी और गांधी परिवार का समर्थन करती थी। अब अगर मनोज पांडे कांग्रेस के राहुल गांधी का समर्थन नहीं करते हैं तो उनकी डगर मुश्किल हो सकती है।
2022 विधानसभा चुनाव से पहले अदिति सिंह ने भी बीजेपी का दामन थामा था। 2019 के लोकसभा चुनाव में अदिति सिंह कांग्रेस के साथ थीं और रायबरेली में उनके परिवार का काफी अच्छा प्रभाव माना जाता है।
ऐसे में कांग्रेस के लिए आने वाला समय भी मुश्किलों भरा हो सकता है। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस बीजेपी की रणनीति से निपटने के लिए क्या करती है?
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."