ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट
चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीन किसानों की रिहाई की मांग को लेकर किसानों का रेल रोको आंदोलन आज छठे दिन भी जारी है। किसानों के इस आंदोलन के कारण रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। रविवार को पटियाला जिले के शंभू रेलवे स्टेशन पर किसानों के आंदोलन के चलते 135 ट्रेनें प्रभावित हुईं, जिनमें 63 ट्रेनें रद्द कर दी गईं। बुधवार को शुरू हुआ इस विरोध प्रदर्शन के चलते शुक्रवार तक टिक काउंटरों पर यात्रियों को 36 लाख रुपए का रिफंड दिया गया है। विरोध प्रदर्शन के चलते अब तक 600 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित हुई है।
अंबाला डिवीजन के एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि रिफंड का ऑनलाइन डेटा अभी कैलकुलेट होना बाकी है। उन्होंने कहा कि एक बार इसे जोड़ दिया जाए तो कुल रिफंड राशि में भारी वृद्धि हो जाएगी। उन्होंने बताया कि फिरोजपुर रेलवे डिवीजन में 13.02 लाख रुपये और अंबाला रेलवे डिवीजन में 23.22 लाख रुपये दिए गए।
लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, फिरोजपुर आदि फिरोजपुर रेलवे डिवीजन के अंतर्गत आते हैं, जबकि अंबाला डिवीजन में बठिंडा, संगरूर, बरनाला, पटियाला, अंबाला और चंडीगढ़ आदि आते हैं।
शंभू रेलवे स्टेरश पर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के बैनर तले किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि जब तक तीनों किसानों को रिहा नहीं किया जाता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। एसकेएम और केएमएम किसानों द्वारा ‘दिल्ली चलो’ मार्च की अगुवाई कर रहे हैं, ताकि सरकार पर फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित उनकी मांगों को स्वीकार करने का दबाव बनाया जा सके।
17 अप्रैल से पटरियों पर बैठे
बीकेयू क्रांतिकारी के अध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि हम 17 अप्रैल से शंभू रेलवे स्टेशन की पटरियों पर बैठे हैं। अब हम सोमवार से हरियाणा के जींद जिले के खटकर टोल प्लाजा पर एक और अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे। हम सोमवार को जींद में एक महापंचायत भी करेंगे। बता दें कि किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा पर डटे हुए हैं, जब सुरक्षा बलों ने उनके मार्च को रोक दिया था।
Author: Desk
'श्री कृष्ण मंदिर' लुधियाना, पंजाब का सबसे बड़ा मंदिर है, जो 500 वर्ग गज के क्षेत्र में बना है। यह मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है।