सुरेन्द्र सिंह मिन्हास की रिपोर्ट
भराडी उप तहसील के देहरा ठारु में चल रहे आठ दिवसीय श्री रामकथा के तीसरे दिन व्यास गद्दी से कथा वाचक पंडित अखिलेश कपिल द्वारा आज सुन्दर प्रसंग सुना कर राम भक्त श्रोताओं को मन्तर मुग्ध कर दिया ।
उन्होने कहा कि राम चरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास जी लिखते हैं कि पार्वती श्रद्धा है और शिव विश्वास हैं और आज हिमालय और मैना के घर पार्वती का जन्म हुआ! नारद जी के उपदेश से बाल्य काल में ही घोर तपस्या करती हैं शिव को प्राप्त करने के लिए! मां की तपस्या देख सभी देवता शिव को विवाह के लिए मानते हैं तब भगवान के कहने पर शिव विवाह के लिए तयार हो जाते हैं! परीक्षा के लिए सप्त ऋषियों को भेजते हैं तथा सप्त ऋषि मां की परीक्षा लेते हैं और भोले बाबा को बताते हैं। भोले बाबा आनंदित हो जाते हैं और ऐसी समाधि लगती हैं कि कामदेव समाधि तोड़ने आते हैं समाधि टूटी भोले बाबा कामदेव को भस्म कर देते हैं और अब भोले बाबा के विवाह की त्यारियां सुरू होती हैं सभी देवता सज धज कर बारात में आते हैं पर भोले बाबा के रूप को देखा तो अकेले ही चले जाते हैं। भोले बाबा आपने गणों भूतों के साथ जाते हैं सारे नगर वासी डर जाते हैं मैना विवाह कराने के लिए मना कर देती हैं फिर मां पार्वती समझाती है और अब मां पार्वती और शंकर जी का विवाह पूर्ण होता है।
ये आयोजन भागवत कमेटी ठारु देहरा द्वारा जनसहयोग से करवाया जा रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने में कमेटी के प्रधान अमर सिंह, सचिव बिक्रम सिंह, कैशियर सुरम सिंह, सदस्य भीम सिंह नेगी, भगीरथ, रतन सिंह, होशियार सिंह, सीता राम, कुलबीर, पवपवन सवंत आदी भरपूर सहयोग दे रहे हैं ।
प्रवक्ता भीम सिंह नेगी ने बताया कि समापन पर सोलह तारीख को अखंड भंडारे का आयोजन होगा ।
Author: samachar
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