इरफान अली लारी की रिपोर्ट
भाटपार रानी। सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम दास पटेल ने कहा कि यश और कीर्ति में बहुत अंतर है। हम जो श्रेष्ठ कर्म करते हैं उसके कारण हमको जो फल मिलता है हमारा जो गायन होता है उसे यश की प्राप्ति करेंगे।जब किसी व्यक्ति का प्रभाव दूर-दूर तक निकलता है और लोग उसकी महिमा करने लगते हैं तो उसकी कीर्ति कहेंगे।
उक्त बातें प्रत्येक अध्यक्ष रविवार को क्षेत्र के राजेंद्र बाबू पीजी कॉलेज बनकटिया दुबे में संत राजेंद्र प्रसाद कुशवाहा की द्वितीय पुण्यतिथि पर उनकी मूर्ति का अनावरण में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि शिक्षा एक ऐसी विधा है जिससे समाज में व्याप्त आर्थिक, शैक्षणिक और सामाजिक विषमताएं दूर हो सकती हैं ।
उन्होंने छात्रों और नौजवानों से राजेंद्र बाबू के आदर्शों से सीख लेकर आगे बढ़ने का आह्वान किया। सपा राष्ट्रीय महासचिव सुभाष लाल श्रीवास्तव ने कहा कि मनसा वाचा कर्मणा से जो एक हो वही संत महात्मा कहलाता है। पूर्व सांसद रमाशंकर विद्यार्थी ने कहा कि शिक्षा शेरनी का दूध है। जिससे समाज में शक्ति आती है। इसके पूर्व कॉलेज के संस्थापक एवं संरक्षक अशोक कुशवाहा ने आए समस्त अतिथियों को अंगवस्त्र, बुके व बुद्ध की मूर्ति देकर स्वागत स्वागत कर आभार जताया। स्वागत समारोह की संबोधन में कार्यक्रम की आयोजक अशोक सिंह कुशवाहा भाव बिफोर हो उठे।

समारोह को ओपी यादव, राजेश कुशवाहा बिहार विधायक, सपा जिलाध्यक्ष व्यास यादव, पूर्व विधायक दीनानाथ कुशवाहा, स्वामीनाथ यादव, मुन्ना यादव, हृदय नारायण जायसवाल, अभय यादव, सत्यदेव यादव, अनूप यादव,रामबली, अजय, मालवीय प्रसाद निर्मल ,चौधरी बेचू लाल, वंदना पासवान, धर्मवीर गुप्ता, दीनानाथ चौधरी ,परवेज आलम, उदय प्रताप, रामप्रवेश बबलू आदि ने भी संबोधित किया संचालन सपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के धर्मेंद्र सिंह सोलंकी ने किया।
Author: News Desk
Kamlesh Kumar Chaudhary