Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 10:47 am

लेटेस्ट न्यूज़

लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट उपचुनाव ; सपा भाजपा की लंबी कतार, भारतीय जन क्रांति दल के प्रत्याशी की घोषणा, 20 मई को मतदान

17 पाठकों ने अब तक पढा

ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट

लोकसभा चुनाव के साथ उत्तर प्रदेश की रिक्त चार विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव की घोषणा कर दी गई है। इसके तहत शाहजहांपुर की ददरौल, लखनऊ पूर्व, बलरामपुर की गैसड़ी और सोनभद्र की दुद्धी सीट पर मतदान होंगे।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से दी गई जानकारी के अनुसार ददरौल विधानसभा के लिए 13 मई, लखनऊ पूर्व के लिए 20 मई, गैसड़ी के लिए 25 मई और सोनभद्र की दुद्धी सीट पर एक जून को उपचुनाव होंगे। नतीजों की घोषणा 4 जून को होगी।

लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट 2 साल से है खाली

लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट पर 2022 में भाजपा के उम्मीदवार आशुतोष टंडन विजयी हुए थे। उनके निधन के बाद से सीट खाली थी। 

दुद्धी सीट भाजपा विधायक रामदुलार गोंड को रेप केस में सजा के चलते रिक्त थी। 

ददरौल विधानसभा सीट भाजपा विधायक मानवेंद्र सिंह के निधन के कारण खाली थी। 

गैसड़ी विधानसभा सीट सपा विधायक शिव प्रताप यादव के निधन से खाली हो गई थी।

पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी की कर्म भूमि होने के चलते लखनऊ बीजेपी का गढ़ माना जाता है। साल 1991 से बीजेपी लखनऊ पूर्वी सीट पर कब्जा जमाए हुए हैं। लखनऊ पूर्वी सीट पर योगी सरकार में मंत्री रहे आशुतोष टंडन के निधन के बाद उपचुनाव होने जा रहा है। 

उधर चुनाव की तारीखों का एलान होने के बाद से दावेदारों के नाम भी तेजी से चलने लगे हैं। बीजेपी के अभेद्य किले में सेंधमारी करने के लिए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव मजबूत रणनीति तैयार कर रहे हैं। इस सीट पर 20 मई को वोटिंग और 4 जून को नतीजे आएंगे।

दरअसल लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही यूपी की चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों का एलान भी हो गया है। 

यूपी की जिन चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है उसमें ददरौल, लखनऊ पूर्व, गैंसड़ी और दुद्धी एसटी विधानसभा सीट शामिल है। ददरौल में चौथे चरण में 13 मई को वोटिंग होगी। 

लखनऊ पूर्वी सीट पर पांचवें चरण यानी 20 मई को मतदान होगा। वहीं गैंसड़ी में छठे चरण यानी 25 मई को वोटिंग होनी है। इसके साथ ही दुद्धी सीट पर आखिरी और सातवें चरण 1 जून में मतदान होगा। विधानसभा उपचुनाव का परिणाम भी 4 जून को आएगा।

सपा-बीजेपी में दावेदारों की कतार

लखनऊ पूर्वी सीट पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों का एलान होने के बाद से चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के नामों पर चर्चाएं शुरू हो गई है। इस सीट पर बीजेपी के टिकट पर लालजी टंडन के बेटे और आशुतोष टंडन के भाई अमित टंडन का नाम सबसे आगे चल रहा है। इसके साथ ही संजय चौधरी, हीरो बाजपेई, अभिजात मिश्रा का नाम भी चल रहा है। 

लखनऊ लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार राजनाथ सिंह के बेटे नीरज सिंह और कलराज मिश्र के बेटे अमित मिश्रा का नाम भी दावेदारों की लिस्ट में शामिल है। वहीं सपा भी लखनऊ पूर्वी उपचुनाव को जीतने के लिए अपना पूरा दमखम झोंकने जा रही है। 

सपा से अनुराग भदौरिया, रमेश श्रीवास्तव, दीपक रंजन, जूही सिंह, आशुतोष वर्मा समेत कई नेताओं के नाम दावेदारों की लिस्ट में शुमार है।

भारतीय जन क्रांति दल के प्रत्याशी

बड़े बडो़ं के बीच में भारतीय जन क्रांति दल (डेमो.) की ओर से नया चेहरा आशुतोष कुमार शर्मा को प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा कर दी गई है।

दिग्गजों के बीच श्री शर्मा क्या गुल खिलाते हैं ये तो समय ही बताएगा लेकिन इतना तो तय है कि बाहुबल समर्थित पार्टियों के वोट बैंक में कुछ न कुछ सेंध लगाने से शर्मा बाज नही आएंगे। 

1991 से बीजेपी के कब्जे में रही लखनऊ पूर्वी सीट

लखनऊ पूर्वी सीट से पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन लगातार तीन बार बीजेपी के टिकट पर विधायक बने थे, लेकिन बीते 9 नवंबर को लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया था। आशुतोष टंडन उर्फ गोपाल जी पूर्व सांसद और राज्यपाल लालजी टंडन के बेटे थे। आशुतोष टंडन ने 2014 में लखनऊ पूर्वी सीट पर हुए उपचुनाव में जीत दर्ज की थी। इसके बाद उन्हें 2017 में योगी सरकार में मंत्री भी बनाया गया था। इस सीट से 1951 में कांग्रेस के चंद्रभानु गुप्ता विधायक चुने गए थे। 1951 से लेकर 1991 तक कांग्रेस समेत अन्य दलों के विधायक बने।

करीब 40 साल बाद 1991 हुए विधानसभा चुनाव में पहली बार बीजेपी का कमल खिला। इस चुनाव में बीजेपी के भगवती प्रसाद शुक्ला ने जीत दर्ज की थी। तब से लेकर 2022 विधानसभा चुनाव तक इस सीट पर बीजेपी का कब्जा बरकरार है। ऐसे में बीजेपी इस उपचुनाव में भी अपनी पूरी ताकत झोंक देगी। उधर सपा भी घोषी उपचुनाव की तरह लखनऊ पूर्वी सीट पर बीजेपी को पटखनी देने की रणनीति तैयार कर रही है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़