दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
लखनऊ। यह संविधान बचाने का चुनाव है, लोकतंत्र बचाने का चुनाव है, आरक्षण बचाने का चुनाव है। यह संविधान मंथन का समय है। यह बातें समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कही।
वे पार्टी मुख्यालय में विभिन्न पार्टियों से छोड़कर आए नेताओं के सपा ज्वांइन करने पर पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग स्वागत भी अच्छा करते हैं और जब विदाई करेंगे वह भी बड़ी अच्छी करेंगे। जो 14 में आए थे वह 24 में जाने वाले हैं। भाजपा हटाओ, नौकरी पाओ। किसानों की आय दोगुनी कब होगी? 80 हराओ, एमएसपी पाओ। पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की झलक अगले 50 साल तक रहेगी।
अखिलेश ने कहा कि जो वाइस चांसलर के अपॉइंटमेंट हुए है उसमें पीडीए कितना है? सरकार ने सबसे ज्यादा धोखा किसी को दिया है तो वो पीडीए परिवार को दिया है।
69000 के बच्चे किस मंत्री के घर नहीं गए बताओ, इसलिए उनके साथ अन्याय हो रहा है क्योंकि वह पीडीए परिवार के लोग हैं।
सपा मुख्यालय में शनिवार को डॉक्टर सीताराम राजपूत भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में अपने समर्थकों के साथ शामिल हो गए।
इसके अलावा, आरएलडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे लतेश विधूड़ी, परवेज आलम, बसपा के इलियास अंसारी, कुशीनगर, पूर्व विधायक सुभाष चंद्र श्रीवास्तव, हरदोई के तिलक चंद्र वर्मा, औरैया के पूर्व विधायक मदन गौतम और सुबोध यादव सपा में शामिल हो गए।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."