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November 2, 2024 5:03 am

जैसा दाना वैसा खाना बनाने की बात अखिलेश यादव ने क्यों कही? पढ़े इस खबर को 

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अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट

समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय डॉ0 राममनोहर लोहिया सभागार में बड़ी संख्या में पार्टी आए कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। 

इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई बड़ी है।

उन्होंने कहा कि भाजपा पर जनता का विश्वास नहीं, साजिशें और छल-छद्म तथा झूठ की राजनीति के सहारे वह सत्ता पर काबिज होने के लिए छटपटा रही है। 

भाजपा सरकार 2014 में जिस तरह से सत्ता में आई थी उसी तरह से उत्पीड़न और अपमान से त्रस्त जनता अब 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ता से हटाने का काम करेगी।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा अपने कुप्रचार से लोगों के सोच विचार को भी प्रदूषित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। जैसा दाना, वैसा गाना का माहौल बन रहा है। अर्थव्यवस्था की हकीकत पर पर्दा डाला जा रहा है और झूठे आंकड़ों के बल पर विकसित भारत का भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि जबसे भाजपा सत्ता में आई हैं महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार ही फलफूल रहा है। किसानों के साथ वादों को क्या हुआ? नौजवानों को रोटी-रोजगार से वंचित करने के लिए पेपर लीक का खतरनाक खेल जारी रहता है।

अखिलेश यादव ने कहा कि किसी को भी भाजपा सरकार के रहते न्याय मिलने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। भाजपा गरीब का वोट लेती है पर उसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं होती है। थार गाड़ी से किसानों को कुचला गया, उन्हें न्याय नहीं मिला। महिलाओं और बच्चियां असुरक्षित हैं। व्यापारी लुट रहे हैं। पुलिस हिरासत में मौतें हो रही हैं। भाजपा सरकार को पीड़ितों के प्रति कोई संवेदना नहीं है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी से लोगों को बहुत उम्मीदे हैं। समाजवादी पार्टी की सरकार में जो काम हुए उन्हीं को भाजपा अपना बताती रहती है।

भाजपा को गरीबों, किसानों और नौजवानों की कोई चिंता नहीं है। भाजपा पूंजीपतियों की हितैषी है। जनता भाजपा की साजिशों और झूठ-फरेब की राजनीति को बखूबी जान गई है। वह अब भाजपा को सत्ता में फिर से नहीं आने देगी।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."