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November 1, 2024 11:54 pm

यूपी के इन 2 सीटों पर कांग्रेस ने तय किए उम्मीदवार, अमेठी छोड़ेंगे राहुल गांधी?

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आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट

समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश में अपने उम्मीदवारों के ऐलान के बाद अब सबकी नजरें कांग्रेस की ओर हैं। 

कांग्रेस कार्यसमिति की मीटिंग में उम्मीदवारों को लेकर मंथन चल रहा है और जल्द ही पार्टी प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर देगी। 

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राहुल गांधी को वायनाड से टिकट मिल रहा है। अमेठी से वह लड़ेंगे या नहीं, यह तय नहीं है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश की दो और सीट पर कांग्रेस ने उम्मीदवारों का नाम फाइनल किया है। एक तो वाराणसी की सीट है, जहां से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय नरेंद्र मोदी के खिलाफ ताल ठोक सकते हैं।

इसके अलावा खबर है कि कांग्रेस ने महाराजगंज की सीट सुप्रिया श्रीनेत को सौंपी है। 

कांग्रेस के लिए उत्तर प्रदेश में कई अहम सीटें हैं। अमेठी और रायबरेली की सीट यूपी में ही है जो कांग्रेस की मजबूत गढ़ मानी जाती है। 

उत्तर प्रदेश में इस बार सपा के साथ कांग्रेस चुनावी मैदान में उतरने वाली है। सपा ने उसे 17 सीटें दी हैं, जिनमें अमेठी, रायबरेली के अलावा बनारस भी शामिल है। अमेठी से राहुल गांधी चुनाव लड़ते हैं। उन्हें पिछली बार स्मृति इरानी ने चुनाव हरा दिया था। 

ऐसे में देखना होगा कि इस बार वह अमेठी से चुनाव मैदान में उतरते हैं या नहीं? हालांकि, वायनाड से उनका टिकट कन्फर्म बताया जा रहा है।

इसके अलावा रायबरेली सीट से सोनिया गांधी चुनाव लड़ती हैं लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले ही वह राज्यसभा चली गईं। ऐसे में रायबरेली सीट में भी लोगों को दिलचस्पी बढ़ गई है कि कांग्रेस यहां से किसे उतारने वाली है? प्रियंका गांधी का नाम लिया जा रहा है लेकिन अभी इस पर सस्पेंस बना हुआ है कि वह चुनाव लड़ेंगी भी या नहीं? 

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के भी यूपी से चुनाव लड़ने की चर्चा चली थी लेकिन अब इस बारे में कोई बात नहीं कर रहा है।

यूपी से दो नाम तय?

बताया जा रहा है कि कांग्रेस कार्यसमिति की मीटिंग में यूपी से अभी दो नाम तय किए गए हैं। महाराजगंज से सुप्रिया श्रीनेत के अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को वाराणसी से टिकट मिलने की संभावना है। 

अजय राय पहले भी वाराणसी से नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। इस बार भी वह यहां से सपा और कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार हो सकते हैं। 

इसके अलावा कांग्रेस के प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह को देवरिया सीट से प्रत्याशी बनाया जा सकता है। वह लगातार अपने क्षेत्र में जनसंपर्क में लगे हुए हैं। सपा की मजबूत स्थिति होते हुए भी यह सीट कांग्रेस के खाते में जाने से इन अटकलों को और बल मिला है कि अखिलेश प्रताप सिंह यहां से चुनाव लड़ सकते हैं। इसके पहले वह एक बार विधायक रह चुके हैं।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."