दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में राजा भैया (Raja Bhaiya) की पॉलिटिक्स हमेशा सत्तारूढ़ दल के साथ चलती है। सिर्फ मायावती ही थीं, जिनके साथ उनका एडजस्टमेंट नहीं हो पाया। बहनजी जब मुख्यमंत्री थीं, तब उन्होंने राजा भैया को जेल में ही रखा था। इधर, जब से यूपी में BJP की सरकार बनी है, वह उसी के पाले में खड़े नजर आते हैं।
BJP को भी उनकी सत्तारूढ़ दल के साथ चलने की आदत का पता है। इसलिए योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में राजा भैया को बहुत तवज्जो नहीं मिल रही। पार्टी को पता था कि BJP के साथ खड़े होने के अलावा उनके पास कोई रास्ता नहीं है। लेकिन राज्यसभा चुनाव की वजह से राजा भैया का भाव बढ़ गया है।
असल में, राज्यसभा के लिए BJP ने यूपी से आठ प्रत्याशी उतारकर रिस्क लिया है। लेकिन इसी से राजा भैया को अपनी अहमियत दिखाने का मौका मिल गया। BJP को अपने आठवें प्रत्याशी को जिताने के लिए बाहर से 2 वोट चाहिए। इनमें से एक राजा भैया हो सकते हैं। इन हालात में राजा भैया ने समाजवादी पार्टी से बातचीत शुरू कर दी।
दरअसल, वह दिखाना चाहते थे कि राज्यसभा चुनाव में उनका वोट अखिलेश यादव की पार्टी को भी जा सकता है। खैर, इसी बीच, BJP के प्रदेश अध्यक्ष उनके घर पहुंचे और गिले-शिकवे दूर किए। अब खबर आ रही है कि राज्यसभा चुनाव में राजा भैया BJP को ही वोट देंगे।
Author: samachar
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