दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने शनिवार को मोहनलालगंज लोकसभा सीट पर अपने प्रत्याशी को लेकर छाए संशय को समाप्त कर दिया।
सपा के महासचिव शिवपाल सिंह यादव के साथ मंथन करके राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूर्व मंत्री आरके चौधरी को अपना उम्मीदवार तय कर दिया।
पिछली बार सपा-बसपा गठबंधन पर वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव बसपा से लड़े सपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सीएल वर्मा ने पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से मना कर दिया। इसके बाद सीएल वर्मा ने सभी कार्यकर्ताओं के सामने आरके चौधरी को चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव रखा।
सपा ने दोनों सीटों पर तय किए उम्मीदवार
समाजवादी पार्टी ने लखनऊ की दोनों लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार तय कर दिए हैं। बीती 22 जनवरी को पूर्व मंत्री व विधायक रविदास मेहरोत्रा को लखनऊ लोकसभा सीट से सपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया था।
मोहनलालगंज सीट से प्रत्याशी तय करने के लिए 10 फरवरी को जिला कार्यकारिणी की बैठक प्रस्तावित थी। विधान सभा सत्र और अन्य कारणों से इस बैठक को अचानक शनिवार को तय करते हुए शुक्रवार शाम चार बजे प्रदेश कार्यालय से बख्शी का तालाब, मोहनलालगंज और सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र के विधानसभा अध्यक्ष, पूर्व व वर्तमान पार्षदों सहित पूरी कार्यकारिणी को बुलाया गया।
ये नाम थे टिकट की रेस में
टिकट की रेस में सीएल वर्मा, आरके चौधरी के अलावा पूर्व विधायक अम्बरीश पुष्कर भी थे। आरके चौधरी अपनी आरएसबीपी पार्टी से 2009 में पहला लोकसभा चुनाव मोहनलालगंज सीट से लड़ा था और वह तीसरे नंबर पर आए। वर्ष 2014 में बसपा से लड़े तो दूसरे नंबर पर रहे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आरके चौधरी कांग्रेस में शामिल हुए और तीसरे नंबर पर रहे।
Author: samachar
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