दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
लखनऊ : यूपी में राज्यसभा (Rajya Sabha Seat Election) की 10 सीटों के लिए हो रहे चुनाव में भाजपा के 8वें प्रत्याशी के मैदान में आ जाने से मुकाबला रोचक हो गया है। अब भाजपा और सपा दोनों को अतिरिक्त वोटों का जुगाड़ करना पड़ेगा। इसके लिए अब दोनों दल विधायकों के वोटों को अपने पक्ष में करने में जुटेंगे। इस दौरान दोनों ओर क्रॉस वोटिंग की संभावना भी बढ़ गई है।
सीधे तौर पर देखें तो भाजपा के पास अपने और अपने सहयोगी दलों के मिला कर कुल 286 वोट हैं। 37 वोट के हिसाब से भाजपा को आठ प्रत्याशी जिताने के लिए 296 वोटों की जरूरत होगी। जनसत्ता दल के मुखिया रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया लगातार भाजपा सरकार की तारीफ करते आ रहे हैं।
ऐसे में माना जा रहा है कि जनसत्ता दल के दो विधायक भी भाजपा के पक्ष में होंगे। इन्हें जोड़ लें, तो भाजपा के पास 288 वोट हो जाएंगे और अपना आठवां प्रत्याशी जिताने के लिए आठ और वोटों की जरूरत होगी।
सुभासपा के एक विधायक (अब्बास अंसारी) जेल में हैं। अगर अब्बास का वोट न पड़ा तो भाजपा को नौ वोटों की व्यवस्था करनी होगी।
सपा को जुटाने होंगे 111 वोट
सपा की बात करें तो उसके पास अपने 108 वोट हैं। I.N.D.I.A. के तहत कांग्रेस तो सपा के साथ है, लेकिन प्रदेश स्तर पर जिस तरह से लोकसभा सीटों को लेकर दोनों दलों में तल्खी चल रही है, इस हिसाब से अभी कांग्रेस के दो विधायकों ने अपना रुख साफ नहीं किया है।
तीन सीटें जीतने के लिए सपा को 111 वोटों की जरूरत है। ऐसे में सीधे तौर पर तीसरे प्रत्याशी को जिताने के लिए सपा को तीन वोट की जरूरत होगी। लेकिन, सपा के भी दो विधायक (इरफान सोलंकी और रमाकांत यादव) जेल में हैं। अगर उनके वोट न पड़े तो सपा को पांच वोटों की जरूरत होगी।
इतना ही नहीं, सपा विधायक (अपना दल कमेरावादी की नेता) पल्लवी पटेल भी नाराज हैं और वह सपा को वोट न देने का पहले ऐलान कर चुकी हैं। हालांकि, उनका रुख मतदान वाले दिन ही साफ होगा।
ओपन बैलेट से होती है वोटिंग
राज्यसभा चुनाव में वोटिंग ओपेन बैलेट से होती है। यानी, मतपत्र मतपेटी में डालने से पहले संबंधित पार्टी का मुख्य सचेतक अपने विभाग का मतपत्र देख सकता है। पार्टी के विधायक क्रॉस वोटिंग न करें, इसके लिए पार्टी स्तर पर विप जारी किया जाता है।
Author: samachar
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