इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया । जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आज विकास भवन स्थित गांधी सभागार में 50 लाख रुपए से अधिक के निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में डीएम ने विभिन्न परियोजनाओं के निर्माण में विलंब होने पर गहरी नाराजगी जताई एवं अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। बैठक से अनुपस्थित रहने पर अधिशासी अभियंता जल निगम (शहरी) का वेतन रोकने के साथ स्पष्टीकरण भी तलब किया।
डीएम ने लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस परिसर में निर्माणाधीन चार अति विशिष्ट कक्षों के नवीन ब्लॉक के प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड को प्रत्येक दशा में फरवरी अंत तक निर्माण कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया। इस परियोजना का कार्य 17 नवंबर 2020 से प्रारंभ हुआ था। इसे 16 अगस्त 2021 तक पूर्ण करना था, इसे अभी तक पूरा नहीं किया जा सका है। परियोजना की कुल स्वीकृत लागत 2.68 करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा कि यदि फरवरी माह की समाप्ति तक निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होता है तो जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा।
जिलाधिकारी ने पथरदेवा स्थित राजकीय डिग्री कॉलेज में पांच लेक्चर हॉल एवं एक कॉमन हॉल, 100 बेडेड हॉस्टल तथा बैडमिंटन कोर्ट निर्माण की भी समीक्षा की। उन्होंने निर्माण में अकारण विलंब से संबंधित कई सवाल पूछे जिसका संतोषजनक उत्तर कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल के अधिकारी न दे सके। पीडब्ल्यूडी द्वारा मुसइला भागलपुर मार्ग के सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ीकरण का कार्य शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने वक्फ विकास निगम द्वारा पथरदेवा में निर्माणाधीन आईटीआई, बरवामीर छापर में निर्माणाधीन आईटीआई, बरहज में निर्माणाधीन कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का छात्रावास सहित विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की। बैठक में सीडीओ प्रत्यूष पांडेय, सीएमओ डॉ राजेश झा, डीएफओ जगदीश आर, जिला विकास अधिकारी रविशंकर राय, सीवीओ डॉ अरविंद वैश्य, डीएसओ संजय पांडेय सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
Author: samachar
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