सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
लखनऊ। हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में गुरूवार को अवैध मदरसा तोड़े जाने की कार्रवाई के दौरान भड़की हिंसा में छह दंगाइयों की मौत हो गई जबकि हालात पर काबू पाने के लिए क्षेत्र में कर्फ्यू दूसरे दिन भी लागू रहा।
अब हल्द्वानी हिंसा को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। बसपा चीफ मायावती ने इस हिंसा और कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी है।
मायावती ने कहा, ‘उत्तराखण्ड राज्य के हल्द्वानी में हुई हिंसा और उसमें जान-माल की हुई क्षति अति-चिन्तनीय। अगर सरकार, प्रशासन व खूफिया तंत्र सतर्क होता तो इस घटना को रोका जा सकता था। सरकार इसकी उच्च स्तरीय जाँच कराए तथा अमन-चैन भी कायम करे।’
बीएसपी चीफ ने आगे कहा, ‘साथ ही, उत्तराखण्ड से लगे यूपी के जिला बरेली आदि में भी आए दिन किसी ना किसी मुद्दे को लेकर यहां तनाव की स्थिति बनी रहती है, जिसे समय रहते सरकार को नियन्त्रित कर लेना चाहिए ताकि यहां भी शान्ति व्यवस्था बनी रहे।’
बता दें कि हल्द्वानी की घटना में 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। यहां कार्रवाई का विरोध कर रहे लोगों ने थाने पर पेट्रोल बम से हमला कर दिया था, जिसके बाद दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश भी दिए गए हैं।
वहीं, उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बवाल हो गया। मौलाना तौकीर रजा के बुलावे में आई भीड़ में कुछ अराजक तत्वों ने अचानक हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद तोड़फोड़ हो गई और तीन लोग घायल हो गए। हालांकि, अब मामला पूरी तरह से नियंत्रण में है। इस दौरान भारी संख्या में पुलिसबल तैनात थे। यहां की एक वीडियो भी वायरल हो रही है, जिसमें दिख रहा है कि भीड़ ने एक बाइक सवार को रोका और उसकी पिटाई कर दी, जिसके बाद उसने भागकर जान बचाई। भीड़ ने उसकी बाइक में तोड़फोड़ की और दुकानों पर पथराव किया। बताया जा रहा है कि पथराव से तीन लोग जख्मी हुए हैं। मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने भीड़ को खदेड़ा।
Author: samachar
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