ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
सनातन और हिंदू ग्रंथों का अपमान करने वाले सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य की एक बार फिर से जुबान फिसल गई। इस बार सपा नेता ने अयोध्या नगरी के श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर ये बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि क्या राम निर्जीव हो गए थे जो उनकी प्राण प्रतिष्ठा की जरुरत पड़ी। जो पहले से जीवित हैं उसमें प्राण प्रतिष्ठा की क्या जरूरत थी। अपर कास्ट का हिंदू ओबीसी, एससी और एसटी का आरक्षण खा रहा है और यह कहते हैं ओबीसी, एस सी और एसटी भी हिंदू हैं।
हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने कुछ इस तरह का बयान दिया हो। इससे पहले भी वो कई बार इस तरह की बयानबाजी कर चुके हैं। वहीं स्वामी प्रसाद के बयान पर सपा नेता शिवपाल यादव की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि शिवपाल सिंह यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर कहा कि धर्म पर प्रपंच नहीं होना चाहिए। वहीं राम मंदिर दर्शन पर शिवपाल ने कहा कि मैं इन लोगों के साथ नहीं जाऊंगा, मैं अपने नेता के साथ जाऊंगा।
स्वामी प्रसाद के बयान पर संजय निषाद का पलटवार
सनातन के खिलाफ बोलने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य पर यूपी सरकार के मंत्री डॉ संजय निषाद ने कहा कि जनता क्षेत्र में स्वामी प्रसाद मौर्य को सबक सिखाने का इंतजार कर रही है। जैसे भगवान राम ने निषादराज को गले लगा कर सम्मान दिया था आज उसी तरह सम्मान मिल रहा है।
समाजवादी अब समाप्तवादी पार्टी हो गई- डॉ निषाद
सपा पर निशाना साधते हुए डॉ निषाद ने कहा, “समाजवादी पार्टी अब समाप्तवादी पार्टी हो चुकी है। जैसे बसपा को समाप्त किया, अब सपा को समाप्त करेगी। जनता भी तैयार है। गांव में इंतजार कर रही है, आने वाले समय में जवाब देगी। प्रभु राम से दूरी बनाने वाले से जनता दूरी बनाएगी। जानता जनार्दन सब जानती है।”
Author: samachar
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