जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
बलिया । मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़े की जांच में और 237 शादियां फर्जी मिली हैं। पहले दिन की जांच में आठ फर्जी मामले सामने आये थे। इस प्रकार कुल 568 शादियों में से 245 दुल्हनें अपात्र पाई गईं हैं।
इस बीच समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण भी अनियमितता को लेकर गंभीर हैं। डीएम की संस्तुति पर शासन ने आरोपी मनियर ब्लॉक के एडीओ (समाज कल्याण) सुनील कुमार यादव को सस्पेंड कर दिया है। एडीओ समेत पहले दिन पकड़ी गई आठों दुल्हनों के खिलाफ केस मंगलवार को ही दर्ज हो गया था। अब कई अन्य दुल्हनों के साथ ही कर्मचारियों और अधिकारियों पर भी केस की संभावना जताई जा रही है।
सामूहिक विवाह में फर्जीवाड़े की जांच के लिए प्रशासन ने पहले दिन तीन सदस्यीय टीम बनाई थी। अनियमितता मिलने के बाद जांच में तेजी लाते हुए मंगलवार को 20 अधिकारियों की टीम को लगाया गया। देर रात को जांच दल ने अपनी रिपोर्ट सीडीओ ओजस्वी राज को दी। बताया जाता है कि रेवती ब्लॉक में 50, मनियर में 55, बांसडीह में 54 व बेरुआरबारी ब्लॉक में सर्वाधिक 86 अपात्र मिले हैं।
सीडीओ का हालांकि कहना है कि आंकड़ों का मिलान किया जा रहा है। सभी अपात्रों से शत-प्रतिशत रिकवरी के साथ ही अन्य कानूनी कार्रवाई की जा रही है। मनियर थाने में जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपक श्रीवास्तव ने मंगलवार को ही नौ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपियों में आठ महिला लाभार्थी भी शामिल थीं। कई अन्य कर्मचारियों व लाभार्थियों पर मुकदमे की कार्रवाई बुधवार की देर शाम तक चलती रही।
क्या है मामला
बलिया के मनियर ब्लॉक में 25 जनवरी को सामूहिक विवाह का आय़ोजन किया गया था। इस दौरान अलग अलग ब्लॉक के 568 जोड़ों का यहां पर विवाह कराया गया। इस दौरान सैकड़ों दुल्हनों का विवाह बिना दुल्हों के ही करा दिया गया। इसका वीडियो वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया। वीडियो में दुल्हनें खुद अपने गले में वरमाला डालती दिखाई दे रही थी। ऐसा लग रहा था जैसा सरकारी पैसे से विवाह नहीं खिलवाड़ हो रहा हो। दूल्हे भी कई नाबालिग थे तो कई ने अपने मुंह ढंके हुए थे। इसी के बाद जांच शुरू हुई तो परत दर परत मामला खुलता चला गया।
Author: samachar
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