Explore

Search
Close this search box.

Search

18 January 2025 5:54 pm

लेटेस्ट न्यूज़

सपा की चुनावी चाल…कांग्रेस को इस सीट से करना पड़ सकता है संतोष, लेकिन क्यों? पढिए इस खबर को

38 पाठकों ने अब तक पढा

आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट

लखनऊः लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी ने अपने पत्ते धीरे-धीरे खोलने शुरू कर दिए हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव इंडिया गठबंधन और पार्टी को मजबूत करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी की लखनऊ की मध्य विधानसभा सीट से विधायक रविदास मेहरोत्रा लखनऊ से सपा के लोकसभा उम्मीदवार हो सकते हैं। ऐसे में लखनऊ लोकसभा सीट कांग्रेस के हिस्से में न जाकर समाजवादी पार्टी के पक्ष में जा सकती है।

सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा छात्रसंघ से निकलकर राजनीति में आए। रविदास पहली बार 1989 में विधायक चुने गए थे।

साल 2012 विधानसभा चुनाव में सपा नेता रविदास मेहरोत्रा ने लखनऊ मध्य सीट से जीत दर्ज की थी। इसके बाद उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। हालांकि 2017 में रविदास मेहरोत्रा को जीत नहीं मिली लेकिन 2022 विधानसभा चुनाव में उन्होंने फिर लखनऊ मध्य की सीट पर समाजवादी पार्टी का झंडा फहरा दिया था।

रविदास मेहरोत्रा को लखनऊ से उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा कि अभी अधिकारिक घोषणा होना बाकी है लेकिन सूत्रों की मानें तो रविदास मेहरोत्रा का नाम लखनऊ के लिए लगभग तय माना जा रहा है।

लखनऊ लोकसभा सीट की बात करें तो यह सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है। लखनऊ लोकसभा सीट पर बीजेपी का 1991 से कब्जा है। साल 2004 तक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था। इसके बाद 2009 लोकसभा चुनाव में लालजी टंडन सांसद बने।

बीजेपी के लिए अजेय बनी इस सीट पर 2014 में फिर कमल खिला। साल 2014 लोकसभा चुनाव में राजनाथ सिंह बीजेपी से सांसद बने। समाजवादी पार्टी ने 1996 से लेकर 2019 तक सिने स्टार राजबब्बर, फिल्म निर्माता मुजफ्फर अली से लेकर फिल्म स्टार शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी तक को चुनाव लड़ाया।

इसके अलावा भगवती सिंह, मधु गुप्ता और अभिषेक मिश्रा जैसे स्थानीय चेहरों पर भी दांव लगाया लेकिन नतीजे नहीं बदले। पार्टी अब स्थानीय चेहरे के भरोसे 2024 में लखनऊ से उम्मीदें जोड़ने की तैयारी में है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़