Explore

Search

November 1, 2024 4:10 pm

…ऊर्जा राज्यमंत्री को जिंदा जला देंगे, राज्यमंत्री का वाहन और घर के साथ ही शहर को भी फूंक देंगे, किसने दी ये धमकी? वीडियो ?देखिए 

1 Views

ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट

मेरठ। नगर निगम की बोर्ड बैठक में सपा और बसपा पार्षदों के साथ हुई मारपीट का मामला बढ़ता ही जा रहा है। शनिवार को कलक्ट्रेट का घेराव करने पहुंचे सपा सरकार में उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति-जनजाति वित्तीय विकास निगम के उपाध्यक्ष रहे मुकेश सिद्धार्थ ने खुलेआम धमकी दी। कहा कि कार्रवाई न होने पर ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर, उनके वाहन और घर को आग लगा देंगे। इसके साथ ही उन्होंने शहर फूंकने की भी धमकी दी।

पुलिस अफसरों पर भी अमर्यादित टिप्पणी

मुकेश सिद्धार्थ ने डीएम और एसएसपी के साथ ही उनके बच्चों पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की। पुलिस ने सिविल लाइंस थाने में मुकेश सिद्धार्थ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

30 दिसंबर को नगर निगम की हुई थी बैठक

बता दें कि पिछले महीने 30 दिसंबर को नगर निगम बोर्ड बैठक के दौरान सपा पार्षद कुलदीप उर्फ कीर्ति घोपला और बसपा पार्षद आशीष चौधरी संग हुई मारपीट में पुलिस ने अज्ञात पर केस दर्ज किया था। सपा समेत विरोधी दल ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर और एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज पर केस दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। अलग-अलग संगठनों के साथ सपा नेता शनिवार को कलक्ट्रेट का घेराव कर करने पहुंचे।

वीडियो देखने के लिए इस पंक्ति को क्लिक करें

धमकी भरे विवादित बयान दिए

इस बीच सपा नेता मुकेश सिद्धार्थ ने धमकी भरे विवादित बयान दिए। उन्होंने डीएम और एसएसपी और उनके बच्चों को बहरा हो जाने की कामना की।

कहा कि 10 जनवरी को महापंचायत से पहले यदि कार्रवाई नहीं हुई तो ऊर्जा राज्यमंत्री को जिंदा जला देंगे। राज्यमंत्री का वाहन और घर के साथ ही शहर को भी फूंक देंगे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो सामने आने के बाद राजनीति गलियारों में हलचल मच गई। 

उधर, सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी और पार्षद कीर्ति घोपला ने वीडियो जारी कर खुद को टिप्पणी से अलग कर लिया है।

मुकेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

मामले में इंस्पेक्टर महेश राठौर ने थाना सिविल लाइंस पर मुकेश सिद्धार्थ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने मुकेश सिद्धार्थ की तलाश शुरू कर दी है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."