ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के हिस्ट्रशीटर अशोक कुमार उर्फ मुन्ना यादव के घर सोमवार को पुलिस दबिश देने गई। तभी हिस्ट्रीशीटर ने पुलिस पर ही फायरिंग कर दी। इससे एक सिपाही शहीद हो गया।
पुलिस की मुठभेड़ के बाद आरोपी मुन्ना यादव को हिरासत में ले लिया गया। मुन्ना यादव और उसके बेटे को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज कर जेल भेज दिया गया। अस्पताल से बाहर निकलते समय मुन्ना यादव रहम की भीख मांग रहा था। वह अपने बच्चों के पालने की बात कर रहा था। अपराधी के चेहरे पर साफ-साफ डर दिख रहा था।
मेडिकल कॉलेज से हिस्ट्रीशीटर अशोक उर्फ मुन्ना यादव को डिस्चार्ज होने के बाद पुलिस जब उसे गाड़ी में बैठाने के लिए ले जा रही थी। उसी समय हिस्ट्रीशीटर मुन्ना यादव के चेहरे पर खौफ नजर आ रहा था। आरोपी मुन्ना यादव अपने जान की भीख मांग रहा था। खौफ के साए में वह यह कह रहा था ये लोग मुझे यहां से ले जाएंगे, फिर मेरा एनकाउंटर कर देंगे। इसके बाद दिखा देंगे की आरोपी भाग रहा था। इसलिए इनकाउंटर हो गया। अस्पताल से निकालते हुए मुन्ना यादव पुलिस के सामने यही गिड़गिड़ाता रहा।
हमारा कर देंगे स्वाहा
आरोपी ने पुलिस के सामने स्थानीय भाषा में कहा कि देख लो भैया… मारे जाइ, बचे नाहीं. हमें ये जेल नाहीं ले जाइ। रस्ते में हमें कर दी स्वाहा। साथ ही उसने कहा कि 22 साल हमें न्याय नहीं मिला। जो वह न्याय चाहते थे। वह नहीं मिल पाया है। यह कोई न्याय नहीं है। कैसे गोली लगी? किसने गोली मारी है? कैमरा लगे हैं। सब सामने आ जाएगा।
22 साल से नहीं है कोई केस
उसने कहा कि हमारी एक जगह लोकेशन है। 22 साल हो गए। एक जगह बैठे हुए। 22 साल से कोई केस नहीं है। पहले हम लड़ाई लड़ते रहे। 22 साल से कोई केस नहीं है। जब हम आए तो हमारी 4 बार की प्रधानी जबरदस्ती छीन ली गई। साथ ही उसने सीएम योगी का नाम लेकर न्याय मांगने की अपील की है।
जबरदस्ती छीनी गई प्रधानी
उसने कहा कि हमें बीच चौराहे पर मार दिया जाएगा। हमें ऐसे नहीं मारा जाए। हमें न्याय दिया जाए। हमारा भाई, बाप और चाचा का लड़का मारा गया है। प्रधानी भी जबरदस्ती छीन ली गई है। योगी सरकार हमे न्याय दिलाए।
अस्पताल से निकलते हुए इस कुख्यात अपराधी को अब एनकाउंटर का डर सता रहा है। उसके बेटे के पैर में भी गोली लगी थी, जिस कारण वह घायल हो गया था। अब अपराधी कह रहा है कि हमको जेल में डलवा दो। हम जैसे-तैसे अपने छोटे-छोटे बच्चों को पाल लेंगे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."