Explore

Search

November 1, 2024 3:05 pm

जी आर पी पुलिस पर लगाए जा रहे गंभीर आरोप, मानवता दिखाना जी आर पी पुलिस को पड़ा महंगा

2 Views

संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

चित्रकूट। रेलवे स्टेशन चित्रकूट धाम कर्वी की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिस कर्मियों को मानवता दिखाना काफ़ी महंगा पड़ रहा है जहां पर पुलिस कर्मियों पर जातिवादी मानसिकता रखते हुए बच्चों को थर्ड डिग्री देकर प्रताड़ित किए जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं और उन्हीं बच्चों के परिजनों को लेकर कुछ बहुजन संगठनों द्वारा मामले को जातिवादी रंग देकर गुमराह करने का काम किया जा रहा है व शासन प्रशासन को पत्र लिखकर पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही की मांग की जा रही है जबकि हकीकत कुछ और ही है l

24दिसंबर 2023 की रात जी आर पी पुलिस के लिए एक कभी न भूलने वाली रात बनकर रह जायेगी जहां पर पुलिस को मानवता दिखाना बड़ा महंगा पड़ गया है 24 दिसंबर 2023 को रात लगभग 8/9बजे एक लड़का अपने हर से हताश होकर रेलवे स्टेशन में घुस जाता है जिसको संदिग्ध परिस्थितियों में देखकर जी आर पी पुलिस कर्वी द्वारा जी आर पी थाना कर्वी में बैठा दिया जाता है तभी रेलवे स्टेशन में तीन अन्य लोग भी संदिग्ध परिस्थितियों में पाए जाते हैं जिनको रेलवे पुलिस द्वारा पकड़ लिया जाता है और पूंछ तांछ की जाती है तो उनके द्वारा पुलिस कर्मियों से अभद्रता की जाती है और कई तरह के जवाब दिए जाते हैं लेकिन जब जी आर पी पुलिस द्वारा उन तीनों संदिग्धों को जी आर पी पुलिस थाने लाया जाता है तो पहले से बैठे बच्चे को देखकर तीनों संदिग्धों द्वारा यह कहा जाता है कि हम इसी बच्चे को ढूंढ रहे थे l

चारों बच्चों को जी आर पी पुलिस थाने में बैठाकर परिजनों को फ़ोन लगवाती है और परिजन आते हैं सुपुर्दगी में चारों बच्चों को अपने साथ लेकर चले जाते हैं l

24 दिसंबर 2023 को बच्चों की सुपुर्दगी लेने वाले सुरेश प्रसाद पुत्र मुन्नीलाल निवासी छीर का पुरवा थाना नया गांव जिला सतना (म.प्र.)ने प्रभारी निरीक्षक जी आर पी थाना कर्वी को लिखे गए सुपुर्दगी नामे में बताया कि मैं अपने भतीजे चंदन पुत्र रमेश प्रसाद निवासी बनाडी थाना कोतवाली कर्वी जनपद चित्रकूट के साथ आया हूं मेरा लड़का ओम प्रकाश पुत्र सुरेश प्रसाद व मेरे भाई का लडका ओम नारायण पुत्र शिवनरेश निवासी छीर का पुरवा थाना नयागांव सतना (म.प्र.) जो संदिग्ध परिस्थितियों में संदिग्ध स्थान रेलवे स्टेशन कर्वी में घूम रहे थे पुलिस द्वारा पूंछ ताँछ करने पर अभद्रता करते हुए भागने की कोशिश करने लगे जिसको पुलिस ने पकड़ कर जी आर पी थाना में बैठा दिया था जिनको मैं अपनी सुपुर्गदी में ले जा रहा हूं इनके शरीर पर किसी भी प्रकार के चोट के निशान नहीं हैं वहीं मेरे छोटे भाई के साले धनराज पुत्र रामस्वरूप निवासी बरुआ थाना राजापुर व उसके दोस्त दिवाकर पुत्र अवध नारायण निवासी रामपुर कलवारा थाना पहाड़ी जनपद चित्रकूट को भी साथ लेकर जा रहा हूं यह बिलकुल सही सलामत हैं इनके शरीर पर किसी भी प्रकार चोट के निशान नहीं हैं l इन सभी को साथ लेकर सुरेश प्रसाद व चंदन रात लगभग ग्यारह साढ़े ग्यारह बजे चले गए l

25दिसंबर 2023 को लगभग 11 बजे जी आर पी पुलिस कर्वी को एक ऐसी सूचना मिली जिसने पूरी जी आर पी पुलिस के होश उड़ा दिए… जी आर पी पुलिस को यह सूचना सदर कोतवाली कर्वी से मिली थी जिसमें यह बताया गया कि यहां पर कुछ लोग आए हुए हैं जो अपने ऊपर मारपीट का आरोप लगा रहे हैं व जी आर पी पुलिस पर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं l आनन फानन में जी आर पी थाना प्रभारी सदर कोतवाली कर्वी पहुंचे जहां पर उन बच्चों व उनके परिजनों को देखा तो उनके होश उड़ गए और उनके ऊपर आरोप लगाए जाने लगे कि प्रभारी निरीक्षक व पुलिस कर्मियों द्वारा उनके साथ बेरहमी से मारपीट की गई है l

थाना प्रभारी ने देखा कि जिन संदिग्ध बच्चों को पढ़ने वाले बच्चे समझ कर मानवता दिखाते हुए कोई कार्यवाही नहीं की गई व सही सलामत इन बच्चों को इनके परिजनों के सुपुर्द किया गया था तो यह बच्चे आखिर जी आर पी पुलिस पर ऐसे गंभीर आरोप क्यों लगा रहे हैं जबकि ऐसी कोई मारपीट इन बच्चों के साथ की ही नहीं गई थी लेकिन बारह घंटे में आख़िर क्या हुआ कि सारा मामला ही पलट गया l

वहीं कुछ बहुजन संगठनों द्वारा मामले को जातिवादी रंग दिखाकर ख़ूब प्रचारित किया जा रहा है और शासन प्रशासन को पत्र लिखकर जी आर पी पुलिस पर यह आरोप लगाए जा रहे हैं कि जातिवादी मानसिकता के चलते अनूसूचित जाति के लोगों के साथ बेरहमी से मारपीट की गई है और जी आर पी थाना प्रभारी सहित अन्य कई पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही की मांग की जा रही है l

वहीं मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक (जी आर पी) द्वारा उपरोक्त मामले की गंभीरता से जांच कराई जा रही है उनके द्वारा आश्वासन दिया गया है कि अगर ऐसी कोई वारदात जी आर पी थाना में हुई है तो उसकी जॉच कराकर दोषियों के विरुद्ध ठोस कार्यवाही की जायेगी l

सबसे बड़ी सोंचने वाली बात यह है कि जब जी आर पी पुलिस द्वारा चारों बच्चों को सही सलामत उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया था तो इनके शरीर पर इतनी गंभीर चोटें कैसे आ गई बच्चों की सुपुर्दगी रात लगभग 11बजे की गई थी और सदर कोतवाली में सुपुर्द बच्चे परिजनों सहित पहुचे थे l

आख़िर बारह घंटे में इन बच्चों के साथ बेरहमी से मारपीट किसने की और कौन हैं वो…जो जी आर पी पुलिस को जातिवादी मानसिकता रखते हुए बेरहमी से पीटने का आरोप लगाकर मामले को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं l

मामले की हकीकत कुछ भी हो… जी आर पी पुलिस पर लगाए जा रहे आरोप कितने सही है यह जॉच में पता चल जाएगा लेकिन इस पहलू पर भी ध्यान देने की जरूरत है और जांच करने की जरूरत है कि जब जी आर पी पुलिस ने बच्चों को सही सलामत परिजनों के सुपुर्द किया था तो इन बच्चों की बेरहमी से पिटाई किसने की और कौन हैं वह लोग जो जी आर पी पुलिस पर जातिवादी मानसिकता रखते मारपीट करने का आरोप लगाकर मामले को जातिवादी रंग देने का काम कर रहे हैं l

पुलिस अधीक्षक महोदया व पुलिस अधीक्षक महोदय (जी आर पी) द्वारा इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच करानी चाहिए जिससे यह पता लग सके कि बच्चों को सही सलामत उनके परिजनों के सुपुर्द करने के बाद इन बच्चों के साथ इतनी बेरहमी से पिटाई किसने की और कौन हैं वह लोग जो जी आर पी पुलिस पर जातिवादी मानसिकता रखते हुए बच्चों के साथ बेरहमी से पीटने का आरोप लगा रहे हैं और अपनी राजनितिक रोटी सेंकने का काम कर रहे हैं l

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."