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28 December 2024 12:10 pm

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पंचायत भवन के निर्माण कार्य में बरती जा रही घोर लापरवाही, मानक विहीन कार्य कराकर सरकारी धन को ठिकाने लगाने की तैयारी

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संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

चित्रकूट। ग्रामीणों को हर सुविधा अपने गांव में ही उपलब्ध हो इसके लिए सरकार ने ग्राम पंचायतों में पंचायत भवनों का निर्माण कार्य करवाने के आदेश दिए हैं जहां पर ग्रामीणों को आन लाइन की हर सुविधा उपलब्ध हो सके लेकिन ग्राम प्रधान व सचिव सहित ज़िम्मेदार अधिकारियों द्वारा सरकार की मंशा पर पानी फेरने का काम किया जा रहा है जिसके कारण आज़ भी पंचायत भवनों का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है और ग्रामीणों को अपना कार्य कराने के लिए जिला मुख्यालय व ब्लॉक मुख्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं l

ऐसा ही एक मामला सामने आया है सदर ब्लाक कर्वी की ग्राम पंचायत कहेटा माफ़ी में निर्माणाधीन पंचायत भवन का l

सदर ब्लाक कर्वी की ग्राम पंचायत कहेटा माफ़ी में बन रहे पंचायत भवन का निर्माण कार्य लगभग एक साल से चल रहा है लेकिन अभी तक निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है l

इस पंचायत भवन का निर्माण कार्य भी सरकारी मानकों को दर किनार कर कराया जा रहा है जिसमें खाली पिलरों के सहारे टांग दिया गया है और ऊपरी हिस्से में बिल्डिंग निर्माण करा दिया गया है जबकि निचला हिस्सा आज़ भी खाली है जिसपर मिट्टी की भराई नहीं कराई गई है वहीं पंचायत भवन का निर्माण कार्य ऐसी जगह पर कराया गया है जहां पर पानी भर जाता है l

इस पंचायत भवन के निर्माण कार्य में ग्राम प्रधान व सचिव सहित ज़िम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही खूब देखने को मिल रही है जिसमें एक वर्ष से ज्यादा का समय पूरा होने के बाद भी निर्माण कार्य अभी भी अधूरा पड़ा हुआ है वहीं पंचायत भवन का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने के चलते कागजों में कार्य दिखाकर खानापूर्ति की जा रही है वहीं ग्रामीणों को अपना कार्य कराने के लिए जिला मुख्यालय व ब्लाक मुख्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं l

हालात यह हैं कि अभी तक जिले में कई गांवों के पंचायत भवनों के निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं और गांवों में पंचायत भवनों का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने के चलते वहां कोई नहीं बैठता है जिसके कारण ग्रामीणों को अपना कार्य कराने के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है वहीं जिम्मेदार भी पंचायत भवनों के निर्माण कार्य की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं जिसके कारण यह निर्माण कार्य अभी तक अधूरे पड़े हुए हैं l

मौजूदा समय में सरकार की हर जनकल्याणकारी योजनाओं का काम ऑनलाइन होता है ऐसे में ग्रामीणों को ब्लाक और जिला मुख्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़े,यह मंशा रखते हुए सरकार ने ग्राम पंचायतों में पंचायत भवनों/सचिवालयों की परिकल्पना की थी I सरकार को यह उम्मीद थी कि इन पंचायत भवनों/सचिवालयों में ग्रामीणों के काम होने के साथ ही गांव के विकास की योजनाएं भी तैयार होंगी l ऐसे में जिन ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन नहीं थे, वहां पर नए भवनों के निर्माण और जहां पर पंचायत भवन थे उनकी मरम्मत के लिए सरकार ने पैसा जारी किया था। इसके साथ ही यह काम करने के लिए मानदेय पर पंचायत सहायकों की भर्ती भी की गई थी लेकिन अब हालात ये हैं कि पंचायत सहायक अपने घरों से पंचायत की सरकार चला रहे हैं l वहीं जिम्मेदार अधिकारी और ग्राम प्रधान व सचिव पंचायत भवन निर्माण कार्य कराने के बजाय खामोश बैठे दिखाई देते हैं l

ग्राम पंचायत कहेटा माफ़ी में बन रहे पंचायत भवन की बिल्डिंगे तैयार खड़ी हैं लेकिन निचले हिस्से में अभी तक मिट्टी भराई का काम अधूरा पड़ा हुआ है लगभग एक साल से चल रहा काम अभी तक गति नहीं पकड़ सका है यहां पर निर्माण के लिए फांउडेशन भी ठीक से तैयार नहीं किया गया है निर्माण कार्य की जिम्मेदारी संभालने वाले पंचायत से लेकर ब्लाक अफसरों पर इसका ठीकरा फोड़ रहे हैं l

सोचने वाली बात यह है कि लगभग एक साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी ग्राम पंचायत कहेटा माफ़ी के पंचायत भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है जिसके कारण ग्रामीणों को अपना कार्य कराने के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है l

अब देखना यह है कि ज़िला प्रशासन मामले को गंभीरता से लेते हुए पंचायत भवन का निर्माण कार्य पूरा करवाने का काम करता है या फिर ग्राम प्रधान,सचिव सहित ज़िम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते पंचायत भवन का निर्माण कार्य ऐसे ही अधूरा पड़ा रहेगा और ग्रामीणों को अपना कार्य कराने के लिए ऐसे ही ज़िला मुख्यालय/ब्लाक मुख्यालय के चक्कर लगाना पड़ेगा l

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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