कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
सोनभद्र: यूपी के सोनभद्र पुलिस को शुक्रवार को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को लैपटॉप व मोबाइल के साथ गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। एएसपी त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, पन्नूगंज थाना क्षेत्र में एक साइबर कैफे से बीते दो फरवरी को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया था। जिसके बाद उत्तर प्रदेश से हरियाणा तक खलबली मच गई थी। वहीं इस मामले में स्वास्थ्य विभाग राबर्ट्सगंज के मनोज कुमार डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट जन मृत्यु कार्यालय मुख्य चिकित्साधिकारी रॉबर्ट्सगंज सोनभद्र द्वारा दस फरवरी को सूचना दी गयी।
5 आरोपियों को किया गिरफ्तार
मामले के जल्द खुलासा के लिए पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन त्रिभुन नाथ त्रिपाठी व क्षेत्राधिकारी सदर डॉ चारु द्विवेदी के नेतृत्व में अपराध शाखा व थाना पन्नूगंज की संयुक्त टीम का गठन किया गया। टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी जब घटना में संलिप्त इस गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तारी के बाद क्या बोले आरोपी?
वही गिरफ्तार आरोपियों की माने तो बीते दो फ़रवरी को एक व्यक्ति जिसका नाम-पता हम लोग नही जानते है। मनोहर लाल पुत्र हरवंश लाल निवासी 719 न्यू प्रेमनगर पोस्ट प्रेमनगर करनाल हरियाणा पिन- 132001 का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने हेतु हमें विवरण जरिये व्हाट्सएप भेजा था। जिसे हमने बनाकर व्हाट्सएप पर उसे भेज दिया। इस कार्य के लिए हमें पैसे मिले। हम लोगों को जानकारी नही थी कि यह फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र हम हरियाणा के मुख्यमंत्री का बनाये है। जानकारी होने पर हमने उसे सीआरएस पोर्टल की उसी आईडी से निरस्त कर दिया।
मनोहर लाल खट्टर का डेथ सर्टिफिकेट
वहीं इस मामले में एएसपी त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी बताया कि पांच आरोपियों को फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से पूछताछ किया गया तो उनके द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य भवन लखनऊ के जन्म एवं मृत्यु आकंड़ा अनुभाग में स्टेट को-आर्डिनेटर के पद पर कार्यरत यशवन्त द्वारा इन्हे जन्म एवं मृत्यु प्रमाण जारी करने हेतु बनाये गये सीआरएस पोर्टल की आईडी व पासवर्ड दिया जाता है।
इनके मोबाइल नम्बर को उस आईडी पर पंजीकृत कर दिया जाता है। जिससे लॉगिन करते समय ओटीपी भी मिल जाता है। जिसकी सहायता से हम जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने का कार्य करते है जिसके एवज में हमे प्रत्येक प्रमाण पत्र पर धनराशि मिलती है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."