
राजस्थान के बूंदी में जेल प्रहरी परीक्षा के दौरान मधुमक्खियों के हमले से मचा हड़कंप। 30 अभ्यर्थी घायल, दो की हालत गंभीर। जानिए पूरा घटनाक्रम।
राजस्थान में आज आयोजित जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब बूंदी जिले में परीक्षा शुरू होने से ठीक पहले मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। इस अप्रत्याशित घटना में करीब 30 अभ्यर्थी घायल हो गए, जिनमें दो की हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
परीक्षा केंद्र बना हमले का स्थल
दरअसल, बूंदी शहर से लगभग 5 किलोमीटर दूर स्थित सर्वोदय टीटी कॉलेज में आज सुबह जेल प्रहरी परीक्षा का आयोजन हुआ था। सुबह करीब 10 बजे अभ्यर्थी केंद्र में प्रवेश कर चुके थे और परीक्षा की तैयारी में जुटे थे। तभी, अचानक पास ही एक पेड़ पर बने विशाल मधुमक्खी के छत्ते में हलचल शुरू हुई और सैकड़ों मधुमक्खियां उड़कर परीक्षा देने आए युवाओं पर टूट पड़ीं।
अस्पताल में भर्ती कराए गए अभ्यर्थी
इस हमले में घायल हुए लगभग 30 अभ्यर्थियों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जिनमें से दो – सोनिया गुर्जर और एक अन्य युवक की हालत नाजुक बताई जा रही है। दोनों को आईसीयू में भर्ती कराया गया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सभी घायल छात्र परीक्षा नहीं दे सके, जिससे उनका भविष्य अधर में लटक गया है।
मौके पर पहुंची पुलिस
जैसे ही घटना की सूचना मिली, पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। प्रशासन अब इस बात की जांच कर रहा है कि परीक्षा केंद्र के पास मधुमक्खियों का छत्ता कैसे बना रह गया और इस घटना से कैसे बचा जा सकता था।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
गौरतलब है कि महज दो दिन पहले, राजस्थान के राजसमंद जिले में भी ऐसी ही एक घटना में एक 56 वर्षीय कारोबारी सुरेश की जान चली गई थी। वह बेंगलुरु में ज्वैलरी का व्यवसाय करते थे और अपने गांव में ग्रह शांति का हवन कर रहे थे, तभी मधुमक्खियों ने हमला कर दिया और उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।
इस तरह की घटनाएं न सिर्फ परीक्षार्थियों की सुरक्षा पर सवाल उठाती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि प्राकृतिक आपदाओं या जीव-जंतुओं से सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन के लिए कितना जरूरी है। अब देखना यह होगा कि इस घटना की जिम्मेदारी कौन लेता है और भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।
➡️सुरेंद्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट