पूर्व भाजपा विधायक कुंवर अजय प्रताप सिंह ‘लल्ला भैया’ का निधन, क्षेत्र में शोक की लहर

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चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

गोंडा जिले की करनैलगंज विधानसभा सीट से छह बार विधायक रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया का गुरुवार शाम निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। गुरुवार को शाम 5:30 बजे चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके निधन की खबर मिलते ही करनैलगंज सहित पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।

कटरा शहबाजपुर में होगा अंतिम संस्कार

पूर्व विधायक लल्ला भैया का अंतिम संस्कार शुक्रवार को कटरा शहबाजपुर के मेला बगिया सरयू घाट पर किया जाएगा। वे धनावा स्टेट के राजकुमार थे और पिछले एक वर्ष से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। करीब एक साल पहले उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद से उनका इलाज चल रहा था।

राजनीतिक सफर: 23 साल की उम्र में बने थे पहली बार विधायक

कुंवर अजय प्रताप सिंह ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बहुत कम उम्र में की थी। वर्ष 1989 में मात्र 23 वर्ष की आयु में उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विधानसभा चुनाव जीता और पहली बार विधायक बने। इसके बाद उनका राजनीतिक सफर आगे बढ़ता चला गया।

1991: भाजपा के टिकट पर विधायक बने।

1993: उपचुनाव में फिर भाजपा से जीत हासिल की।

1996: एक बार फिर भाजपा के प्रत्याशी के रूप में विधायक चुने गए।

2002: इस चुनाव में भाजपा का टिकट बहुत देर से मिला, जिससे वे चुनाव में पिछड़ गए और समाजवादी पार्टी के योगेश प्रताप सिंह से हार गए।

2007: कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।

2008: इस बार खुद चुनाव न लड़कर बसपा से अपनी बहन कुंवरी ब्रिज सिंह को टिकट दिलाया, जिन्होंने जीत दर्ज की।

2012: चुनाव लड़ा लेकिन मामूली अंतर से हार गए।

2017: भाजपा से टिकट मिला और शानदार जीत दर्ज की।

2022: भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया, जिससे वे चुनावी मैदान से बाहर रह गए।

क्षेत्र में शोक, नेताओं ने जताया दुःख

लल्ला भैया के निधन की खबर फैलते ही करनैलगंज और आसपास के इलाकों में शोक की लहर दौड़ गई। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि अर्पित की। क्षेत्रीय जनता ने भी अपने प्रिय नेता को खोने का गम जाहिर किया।

लल्ला भैया अपने मिलनसार स्वभाव, संघर्षशील राजनीति और जनसेवा की भावना के लिए जाने जाते थे। उनके निधन से करनैलगंज की राजनीति में एक बड़ा शून्य उत्पन्न हो गया है, जिसे भर पाना मुश्किल होगा।

samachardarpan24
Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

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