पति गया परदेश तो भतीजे से लड़ गई आंख, इस प्रेम कहानी का खौफनाक अंत आपके रुह कंपा देगी

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कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट

लखनऊ के मलिहाबाद क्षेत्र में हुए डबल मर्डर के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी, गीता के भतीजे विकास कन्नौजिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस अपराध का खुलासा पुलिस ने कॉल डिटेल और डंप डेटा की गहन जांच के आधार पर किया। यह मामला तब और उलझा हुआ हो गया था जब परिजनों ने किसी पर शक नहीं जताया। लेकिन, पुलिस की कड़ी जांच और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर हत्या का पर्दाफाश हुआ।

मामले की शुरुआत

16 जनवरी, गुरुवार की दोपहर, गीता और उनकी बेटी दीपका का शव उनके घर में मिला। दोनों की गला रेतकर हत्या की गई थी। घटना उस वक्त हुई जब घर पर केवल मां-बेटी मौजूद थीं। गीता का पति प्रकाश मुंबई में नौकरी करता है। जब गीता के पिता सिद्धनाथ ने बेटी का फोन बार-बार मिलाने के बाद भी जवाब नहीं पाया, तो वे अपने नाती दिपांशु को लेकर गीता के घर पहुंचे। वहां का दृश्य देखकर उनके होश उड़ गए।

पुलिस को सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची टीम ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। चार टीमों को मामले की जांच में लगाया गया। घटना से जुड़े साक्ष्य जुटाने के लिए गांव और आसपास के लोगों से पूछताछ की गई।

कॉल डिटेल से हुआ बड़ा खुलासा

पुलिस के लिए इस मामले में सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि गीता के परिजनों को किसी पर शक नहीं था। लेकिन पुलिस ने कॉल डिटेल और डंप डेटा की जांच के दौरान पाया कि गीता और उनके भतीजे विकास के बीच पिछले 11 महीनों में 1600 बार बातचीत हुई थी। हालांकि, पिछले 15 दिनों में दोनों के बीच कोई संपर्क नहीं था। इसी आधार पर विकास से पूछताछ की गई।

पहले तो विकास पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन सख्ती से पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

गीता और विकास के संबंध और विवाद

पुलिस पूछताछ में विकास ने खुलासा किया कि कोरोना महामारी के दौरान उसके और गीता के बीच करीबी संबंध बन गए थे। सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन बाद में विकास कुवैत कमाने चला गया। गीता ने फोन करके उसे जबरन वापस बुला लिया। वापस आने के बाद विकास पर 1.5 लाख रुपये से ज्यादा का कर्ज हो गया। उसने गीता की हर ख्वाहिश पूरी करने के लिए कपड़ों की दुकान शुरू की, लेकिन कमाई से केवल कर्ज चुकाने में मदद हो रही थी।

इसी बीच, गीता ने विकास से दूरी बनानी शुरू कर दी। यह बदलाव विकास के लिए असहनीय था। घटना के दिन, विकास यह जानने के लिए गीता के घर गया कि उसने बातचीत क्यों बंद कर दी। बहस के दौरान उसने गुस्से में गीता और उसकी बेटी दीपका की हत्या कर दी।

घटना की पूरी साजिश

हत्या की योजना बनाते समय विकास ने चोरी का भ्रम पैदा करने के लिए गीता के जेवर भी चुरा लिए। उसने पुलिस को बताया कि वह नहीं चाहता था कि गीता वह गहने अपने पास रखे, क्योंकि वह उसी के पैसे से खरीदे गए थे।

हत्या के दिन, विकास बिजली के खंभे के सहारे घर के पीछे के रास्ते से अंदर घुसा। उसने चाकू से मां-बेटी की हत्या की और बाद में घर में ही हाथ धोया।

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Author: samachardarpan24

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