बजरंगी राजस्थानी की रिपोर्ट
राजस्थान के चूरू जिले को अगर ‘नैन मटक्का’ नगरी कहा जाए तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। यह शहर प्रेमी जोड़ों के लिए किसी खास जगह की तरह उभर रहा है। चूरू जिले में प्रेमालाप की कहानियां आम हो चुकी हैं। यहां के एसपी ऑफिस में आए दिन प्रेमी जोड़े सुरक्षा और मदद की गुहार लगाते नजर आते हैं। कई बार तो एक ही दिन में दो-तीन जोड़े अपनी समस्याओं को लेकर पुलिस के पास पहुंचते हैं।
प्यार की बढ़ती कहानियां
चूरू शहर आधुनिकता में भले ही बड़े महानगरों से पीछे हो, लेकिन यहां का माहौल प्रेम के मामले में काफी उन्मुक्त है। यह शहर आधुनिक जमाने की सोच से प्रभावित हो चुका है। यहां के प्रेमी जोड़े अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त करते हैं और शादी के लिए परिवार की बंदिशों को भी चुनौती देते हैं।
प्यार चूरू में, शादी गाजियाबाद में
चूरू के प्रेमी जोड़े अक्सर अपनी शादी के लिए दूसरे शहरों का रुख करते हैं। इनमें दिल्ली से सटे गाजियाबाद, जयपुर, जोधपुर और बीकानेर प्रमुख हैं। गाजियाबाद में आर्य समाज मंदिरों में शादी करना या कोर्ट मैरिज का रास्ता अपनाना इन प्रेमी जोड़ों की पहली पसंद बन गया है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण समाज और परिवार की ओर से आने वाले विरोध हैं, जिनमें जाति, धर्म, आर्थिक स्थिति और उम्र जैसे मसले अहम भूमिका निभाते हैं।
मुश्किलें शुरू होती हैं शादी के बाद
शादी के बाद जब ये जोड़े अपने घर लौटते हैं, तो असली संघर्ष शुरू होता है। परिवार वालों की नाराजगी, धमकियां और कभी-कभी हिंसा की आशंका से परेशान होकर ये जोड़े पुलिस का सहारा लेते हैं। यही कारण है कि चूरू एसपी ऑफिस के बाहर आए दिन किसी न किसी प्रेमी जोड़े को मदद की गुहार लगाते देखा जा सकता है।
पुलिस के पास प्रेमियों की फरियाद
चूरू पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आने वाले ये प्रेमी जोड़े बेधड़क अपनी प्रेम कहानियां सुनाते हैं और सुरक्षा की मांग करते हैं। उनकी मांग एक ही होती है—परिवार और समाज से उनकी सुरक्षा। कई बार पुलिस इनकी मदद करती है, तो कई बार स्थिति उलझ भी जाती है।
प्रेम का नया केंद्र बना चूरू
चूरू जिले में बढ़ती इन घटनाओं ने इसे ‘नैन मटक्का’ नगरी का उपनाम दे दिया है। यहां का माहौल यह दर्शाता है कि प्यार करने वालों को किसी सीमाओं में बांधा नहीं जा सकता। हालांकि, समाज के दबाव और पारिवारिक बंदिशों के बीच इन जोड़ों का संघर्ष जारी है।
अगर आप चूरू की इस अनूठी प्रेम गाथा को समझना चाहते हैं, तो बस कुछ दिन एसपी ऑफिस के बाहर बैठकर देखिए। आपको हर दिन नई-नई प्रेम कहानियां सुनने को मिलेंगी और आप भी मान जाएंगे कि चूरू वाकई ‘नैन मटक्का’ नगरी है।