नौशाद अली की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में ‘यागी चक्रवात’ का व्यापक असर दिखाई दे रहा है, जिसके परिणामस्वरूप कई जिलों में भारी बारिश हो रही है और मौसम पूरी तरह से खराब बना हुआ है।
तेज हवाओं और बिजली गिरने की घटनाओं ने हालात को और भी चिंताजनक बना दिया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे प्रदेश के 43 जिलों में खतरे की संभावना है।
भारी बारिश के चलते कई जिलों में प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाए हैं। एटा, कानपुर, प्रतापगढ़, हमीरपुर, बहराइच, बांदा, रामपुर और अमरोहा समेत कई जिलों में स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं।
बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है। प्रदेश सरकार ने चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन के तहत पीएसी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को अलर्ट पर रखा है। इन टीमों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैनात किया गया है। इसके साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए भी कदम उठाए गए हैं, ताकि वे खुद को सुरक्षित रख सकें।
मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को प्रदेश के 20 जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है, जिनमें लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, मथुरा और मैनपुरी शामिल हैं।
विभाग ने इस बारिश के सिलसिले के अगले 2-3 दिनों तक बने रहने की आशंका जताई है। प्रशासन ने लोगों को सलाह दी है कि वे घर से बाहर न निकलें और विशेष रूप से बिजली गिरने और तेज हवाओं से बचाव के लिए सावधानी बरतें। अयोध्या, प्रयागराज, मुरादाबाद और अन्य जिलों में बिजली गिरने की घटनाओं को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। गंगा, घाघरा, शारदा और सरयू जैसी प्रमुख नदियां उफान पर हैं, जिससे कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
पूर्वांचल के कई गांव पानी में डूब चुके हैं, जिससे लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। गाजीपुर और पीलीभीत जैसे जिलों में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है, जहां सड़कों और संपर्क मार्गों पर पानी भर जाने से यातायात बाधित हो गया है।
नदियों के बढ़ते जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए बांधों को भी खोला गया है, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।
कुल मिलाकर, यागी चक्रवात ने उत्तर प्रदेश में गंभीर मौसम परिस्थितियों का निर्माण किया है, जिसके चलते प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों को पूरी तरह से सतर्क रहना पड़ रहा है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."