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23 February 2025 10:14 pm

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पति की हो गई मौत लेकिन दिल फिर भी हो गया बेकाबू… माँ की हरकत ने बेटे को पढिए क्या से क्या बना डाला… 

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इरफान अली लारी की रिपोर्ट

कहते हैं पुत्र कुपुत्र हो सकता है, लेकिन मां कभी कुमाता नहीं होती। कलयुग में शायद यह बात झूठी साबित होने लगी है। 

बिहार के कैमूर जिले में एक महिला पति के देहांत के बाद अपनी शारीरिक जरूरतों को काबू नहीं कर सकी और समाज की सारी मार्यादाओं को ताक पर रखकर उसे पूरा करने के रास्ते पर चल पड़ी। उस महिला ने अपने जवान बेटे की भावनाओं का भी ख्याल नहीं रखा। आरोप है कि उसका बेटा यह सब बर्दाश्त नहीं कर सका और मां की गोली मारकर अपराधी बन गया। 

बिहार में कैमूर जिले के दुर्गावती थाना क्षेत्र के उधपुरा गांव में रविवार को एक विधवा महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने महज कुछ ही घंटे के बाद हत्याकांड का खुलासा करते हुए मृतका के सगे बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। 

घटना के संबंध में मोहनिया डीएसपी दिलीप कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि सगा बेटा अपनी मां के नाजायज संबंधों से नाराज था। इसी कारण उसने इस घटना को अंजाम दिया।

पुलिस के सामने आरोपी ने स्वीकार किया अपराध

पुलिस के समक्ष आरोपी भीम शर्मा ने स्वीकार किया कि उसकी मां का किसी से नाजायज संबंध पिछले कुछ सालों से चल रहा था, यह उससे देखा नहीं गया। उसने देसी कट्टा से अपनी ही मां के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। मृतका की पहचान उधपुरा गांव निवासी विजय शंकर शर्मा की 50 वर्षीय पत्नी सबिता कुंवर के रूप में की गई है।

घटना के संबंध में मोहनियां अनुमंडल डीएसपी दिलीप कुमार ने दुर्गावती थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को बताया कि रविवार सुबह उधपुरा गांव में एक 50 वर्षीय महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने महज कुछ ही घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी कोई और नहीं, बल्कि मृतका का पुत्र भीम शर्मा है, जिसने नाजायज संबंध को लेकर अपने मां को गोली मारकर हत्या कर दी।

डीएसपी ने बताया की बहुत कम समय में इस उपलब्धि पर टीम में शामिल थानाध्यक्ष राजीव रंजन सिंह, सब इंस्पेक्टर रामजीवन कुमार सब इंस्पेक्टर विनय कुमार और चौकीदार जितेंद्र पासवान महेंद्र पासवान का अहम योगदान रहा।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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