ट्रक पर बना दिया 200 लोगों की क्षमता वाला सभी सुविधा उपलब्ध मैरिज हाल; वीडियो ? देखिए
यूक्रेन से सकुशल लौटे आकाश का हाल चाल लेने उसके घर पहुंचे एडीएम व आपदा विशेषज्ञ
3 Viewsदुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट गोंडा। तहसील सदर अन्तर्गत ग्राम मध्य नगर निवासी आकाश सिंह जो कि यूक्रेन में फंसा हुआ था, की सकुशल
रुपए तिगुना करने की लालच देकर महिला से उडाए चार लाख रुपए
0 Viewsडीपी रात्रे की रिपोर्ट बलोदा बाजार- थाना पलारी अन्तर्गत ग्राम छड़िया के महिला से रुपये तिगुना करने का लालच देकर 4 लाख 92 हजार
तीन साल तक प्रेमिका का करता रहा दैहिक शोषण और जब शादी की बात आई तो किया ऐसा…
0 Viewsसुखविंदर सिंह की रिपोर्ट भोपाल । साइकोलॉजी में PhD कर रही स्टूडेंट अपने बॉयफ्रेंड की साइकोलॉजी नहीं समझ सकी। आरोपी उसे प्यार में फंसाकर
प्राथमिक चिकित्सा एवम पर्यावरण संरक्षण की जानकारी दी
2 Viewsआनंद शर्मा की रिपोर्ट टोंक राजस्थान। उनियारा उपखंड मुख्यालय के ककोड़ ग्राम पंचायत अंतर्गत राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय ककोड में चल रहे सात दिवसीय
वन विभाग में ठेकेदारी प्रथा, श्रमिको का किया जा रहा शोषण
0 Viewsसंजय सिंह राणा की रिपोर्ट चित्रकूट। वन विभाग में ठेकेदारी प्रथा चरम सीमा पर है जहां पर मजदूरों का शोषण बड़ी मात्रा में किया
बीडीओ व एपीओ की मिलीभगत से तकनीकी सहायक कर रहा मनमानी
4 Viewsसंजय सिंह राणा की रिपोर्ट चित्रकूट- रामनगर विकास खण्ड में कार्यक्रम अधिकारी व अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी की मनमानी खूब देखने को मिल रही है
कातिल पत्नी ; पति का पहले मुंह दबाया और प्रेमी ने 19 बार चाकू से गोदा ; मौके पर ही मौत
2 Viewsगुंजन परिहार की रिपोर्ट बैतूल। जिले में महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। महिला का गांव के ही एक
मंदाकिनी रूठी, तो क्या रूठ नहीं जायेंगे श्रीराम ?
4 Viewsअरुण तिवारी चित्रकूट के घाट पर भई संतन की भीर। तुलसीदास चंदन घिसें, तिलक देंय रघुवीर।। एक जमाने तक यह चौपाई सुनाकर रामचरितमानस के
कर्ज और बेरोजगारी: दावों और वादों की कड़वी सच्चाई
4 Viewsकेवल के पनगोत्रा पिछले दिनों 9 फरवरी 2022 को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने
‘शारीरिक संबंध बनाने के बाद पति बेकार समझ लिया करते थे…’ ; एक महिला की अजीब दास्तां
0 Viewsअनिल अनूप की खास रिपोर्ट मेरे परिवार की आर्थिक हालत खींचतान के उदयपुर के आम निम्न मध्यवर्गीय घरों जैसी ही थी। इसलिए पारिवारिक बोझ