ठाकुर धर्म सिंह ब्रजवासी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से सटे हुए चंबल के बीहड़ में एक बार फिर दस्यु गैंग की दस्तक हो गई है। इस गैंग में चार महिलाएं भी शामिल हैं। शुक्रवार को जंगल में लकड़ी लेने गए ग्रामीण को इस गैंग ने घेरकर पीट दिया। किसी तरह बचकर भागते हुए गांव पहुंचे ग्रामीण ने परिजनों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पूरे गांव में दहशत फैल गई। गांव वालों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पूरे जंगल में कांबिंग की। इस दौरान डाकुओं का सुराग नहीं लगा। इसपर पुलिस ने अब ड्रोन से जंगल की निगरानी शुरू की है।
पुलिस ने बताया कि ग्रामीणों ने शुक्रवार को जानकारी दी कि थाना पिनाहट के गांव पडुआपुरा के नीचे चंबल के बीहड़ में असलाहधारी दस्यु गिरोह ने दस्तक दी है। करीब 15 लोगों का गैंग है। गिरोह में चार सुंदरियां भी हैं। इस गैंग ने जंगल में लकड़ी लेने गए ग्रामीण के साथ बंदूकों की बटो से मारपीट की है। घायल ग्रामीण ने घटना की जानकारी पुलिस को दी हैं। थाना पिनाहट के गांव पडुआपुरा निवासी सिंदू सिंह (35 वर्ष) गुरुवार, दोपहर करीब बारह बजे अपने गांव के नीचे चंबल के बीहड़ में लकड़ी बीनने गया था। करीब दो घंटे बाद वह रोता हुआ घायल अवस्था में गांव पहुंचा।
ग्रामीण ने बताई चंबल की आपबीती, 15 डकैतों में चार महिलाएं शामिल
घायल अवस्था में घर पहुंचे सिटू ने गांव वालों को बताया कि गांव से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर बीहड़ में 12 से 14 असलाहधारी बदमाशों का गिरोह उसे रास्ते में मिला। गिरोह के सभी सदस्यों पर असलाह हैं। चार महिलाएं भी शामिल हैं। ग्रामीण सिंटू ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने बिना कारण उसको बंदूक के बट से बुरी तरह पीटा है। उसके पीठ, पैरों व हाथों में चोटें आई हैं। चंबल के बीहड़ में काफी समय बाद गिरोह की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत है। गैंग के दिखने की सूचना पर समूचा गांव मौके पर इकट्ठा हो गया।
दस्यु सुंदरियों के हाथों में थे असलहे, आसपास के गांवों में दहशत बढ़ी
ग्रामीणों ने घटना की जानकारी तत्काल पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। पुलिस ने चंबल के बीहड में असलाहधारी गिरोह की तलाश की। शाम तक चंबल का बीहड़ खंगालती रही लेकिन कोई नही मिला। परिजनों ने सिंटू को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिनाहट में भर्ती कराया है। चंबल से भागकर घर पहुंचे घायल ग्रामीण ने पुलिस को बताया कि 15 लोगों के इस गिरोह में चार महिलाएं भी शामिल हैं। इन महिलाओं के हाथों में असलहे भी थे। डीसीपी पूर्वी जोन सोमेंद्र मीणा ने बताया कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में चुनाव के मद्देनजर सीमावर्ती गांवों में पुलिस सक्रिय है। दस्युओं की जानकारी पर कांबिंग की गई। दो घंटे तक पुलिस बीहड़ में ही सक्रिय रही। मगर, दस्युओं के आने के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं। फिर भी ड्रोन कैमरों से भी देखा जा रहा है।
दस्युओं की शरण स्थली रहा है आगरा में चंबल का बीहड़
बताया जाता है कि कभी चंबल के बीहड़ में दस्यु सुंदरी फूलन देवी, रेनू यादव, पुतलीबाई, सीमा परिहार और कुसमा नाइन का आतंक रहा है। चंबल की बीहड़ शुरू से ही डाकुओं और दस्यु गिरोह की शरण स्थल रहा है। यहां निर्भय गुर्जर, रामबाबू गड़रिया, पान सिंह तोमर, मोहर सिंह गुर्जर, अरविंद सिंह गुर्जर, मंगल सिंह के गिरोह का बोलबाला था।
Author: samachar
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