आत्माराम त्रिपाठी के साथ संतोष कुमार सोनी की रिपोर्ट
बांदा, चित्रकूट धाम मंडल मुख्यालय बांदा में शनिवार को चारों जनपदों के पत्रकारों ने एकत्र होकर जिला सूचना विभाग माफिया गठजोड़ के विरुद्ध जारी संघर्ष को और तेज करने का संकल्प लेते हुए नई क्रांति का उद्घोष किया।
इस मौके पर पत्रकारों से जुड़े 10 मुद्दों पर गहन मंथन के बाद एक ज्ञापन तैयार कर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मंडला आयुक्त के माध्यम से भेजने का संकल्प लिया गया।
शहर के होटल सारंग में कार्यक्रम की शुरुआत पत्रकारों के पूर्वज महर्षि नारद मुनि और सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
इस मौके पर प्रेस क्लब चित्रकूट के अध्यक्ष सत्य प्रकाश द्विवेदी ने कहा कि 12 साल की पत्रकारिता में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में पत्रकारों को एक मंच पर देखा गया। पत्रकारों के विभिन्न मुद्दों को लेकर शुरू की गई है, लड़ाई एक नई क्रांति का जन्म लेगी। इस लड़ाई में चित्रकूट मंडल ही नहीं बुंदेलखंड के सभी जनपद आगे आएंगे। उन्होंने कहा कि एकता के दीप यूं ही जलाए रखें ।सभी पत्रकार अहंकार आपसी द्वेष भाव भुलाकर संगठन को मजबूती प्रदान करें। जो मशाल बांदा प्रेस क्लब के अध्यक्ष दिनेश निगम दद्दा जी ने जलाई है, उसे जलाए रखने की हम सब की जिम्मेदारी बनती है।
प्रेस क्लब बबेरू के संरक्षक बुद्धि प्रकाश अग्निहोत्री ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि 51 वर्ष की पत्रकारिता में मैंने दर्जनों संघटनों से जुड़कर काम किया, लेकिन जिस तरह से बांदा प्रेस क्लब बांदा पत्रकारों को एक मंच पर एकत्र करने में सफल रहा है, वैसा किसी संगठन में नहीं देखा। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का सिद्धांत व मनोबल कभी नहीं बदलना चाहिए। साहस और ईमानदारी के दम पर किसी भी प्रकरण में कोई आंदोलन किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है।
प्रेस क्लब महोबा जिला अध्यक्ष भगवान दीन यादव ने कहा कि वर्तमान में कुछ पत्रकारों और सरकार के चलते गोदी मीडिया का जन्म हुआ। जिसकी आंच सभी पत्रकारों में आ रही है, पत्रकारों को अपना आत्मसम्मान बचाने के लिए संघर्षों से पीछे नहीं हटना चाहिए। महोबा प्रेस क्लब के ही संरक्षक एच के पोद्दार ने पत्रकारों के हितों के लिए तैयार किए गए 10 सूत्रीय मांगों का समर्थन किया। महोबा के ही पत्रकार इरफान पठान ने बुंदेलखंड स्तर पर पत्रकारों का संगठन बनाने का आवाहन किया जिसका सभी पत्रकारों में समर्थन किया। इसी तरह बांदा प्रेस क्लब बांदा के महासचिव सचिन चतुर्वेदी ने पत्रकारों की समस्याओं का निस्तारण करने के लिए मंडल स्तर पर लोक अदालत लगाने का प्रस्ताव रखा जिसका सभी पत्रकारों ने ध्वनिमत से समर्थन किया।
इस मौके पर प्रेस क्लब के बांदा के अध्यक्ष दिनेश निगम दादा ने पत्रकारों से संबंधित 10 मांगों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने प्रेस क्लब के गठन से लेकर अब तक किए गए विभिन्न संघर्षों के बारे में चर्चा की। साथ ही उन्होंने कहा कि इस समय कुछ ऐसे भी पत्रकार पत्रकारिता से जुड़े हैं जिनका मिशन पत्रकारिता नहीं है। इनकी वजह से पत्रकारिता से जुड़े लोगों का तिरस्कार हो रहा है। ऐसे लोगों को चिन्हित करके इनके खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए। मांग पत्र में मंडल के सभी जनपदों में कई वर्षों से जमें अधिकारी कर्मचारियों का स्थानांतरण करने, पत्रकारों को आयुष्मान कार्ड बनाने, सभी सरकारी कार्यालय में मंडल के वास्तविक पत्रकारों की सूची भेजने, मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों की हर माह बैठक कर समस्याओं का निस्तारण करने, जिन वास्तविक पत्रकारों को सूचना विभाग ने सूचीबद्ध नहीं किया उन्हें तत्काल सूचीबद्ध करने, वीआईपी कार्यक्रमों में सभी पत्रकारों को पास निर्गत करने, चारों जिलों के सूचना विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच कर कार्रवाई करने की मांग शामिल है।
बैठक में बांदा प्रेस क्लब बांदा के संरक्षक कमल सिंह, आत्माराम त्रिपाठी,अनिल आवारा सुनील सक्सेना, शिरीष पांडे मयंक शुक्ला अरविंद श्रीवास्तव, रोहित धुरिया, सरोज त्रिपाठी, खत्री, अर्जुन मिश्रा, नरैनी से संतोष कुमार सोनी, सीताराम पटेल, सुशील कुमार मिश्रा, फाजिल शेष, रमाकांत तिवारी,महोबा के रविंद्र मिश्रा अश्वनी कुमार, जिया उल हक चित्रकूट, शिवमंगल अग्रहरि, सुलोचना तिवारी, संजय सिंह राणा रमाकांत मिश्रा, श्रीकांत शर्मा, मंजू शर्मा, प्रदीप कुमार त्रिपाठी, हमीरपुर के गणेश चंद्र पांडे बृजेश, बांदा के इलियास, गुड्डन, सुरेश साहू, मुफीद आलम माजिद अली व अभिषेक गंगेले सहित चित्रकूट के रतन पटेल अनुज हनुमत, अखिलेश सोनकर अतर्रा से केके गुप्ता,अजय सिंह इत्यादि एक सैकड़ा से अधिक पत्रकार मौजूद रहे।
बांदा की महिला पत्रकार मंजू शर्मा माया तिवारी सहित लगभग आधा दर्जन महिलाएं भी उपस्थित रही। आयोजित कार्यक्रम का सफल संचालन सचिन चतुर्वेदी ने करते हुए कार्यक्रम में पधारे सभी पत्रकारों का आभार व्यक्त किया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."