संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट। एक तरफ सरकार भ्रष्टाचारियों पर लगाम कसने के लिए निरंतर प्रयत्नशील है वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग में बेड़ी पुलिया से लेकर मंदाकिनी पुल तक बनाया जा रहा जल निकासी हेतु नाला भ्रष्टाचार और मनमानी की भेंट चढ़ गया है । देखने से प्रतीत होता है कि यह नागिन डांस की तर्ज पर बनाया जा रहा नाला मौत का कुआं साबित होगा। इतना ही नहीं राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनने वाले मानकों की यह धज्जियां उड़ा रहा है । यह नाला मानक के विपरीत बनाकर विभागीय अधिकारी सरकारी धन का बंदरबाट करने में जुटे हुए हैं ।
बहुजन समाज पार्टी के रामकिशोर वर्मा ने इस नाला निर्माण की जांच कराए जाने की मांग की है , उन्होंने बताया कि रोड के टॉप लेवल से 6 इंच ऊंचा होना चाहिए लेकिन यह नाला बमुश्किल तीन चार इंच ही ऊंचा बनाया जा रहा है । इसके अलावा नाले के निर्माण में मंदाकिनी पुल से लेकर बेड़ी पुलिया तक एकरूपता नहीं है । टेढ़ा-मेढ़ा तो बनाया ही गया है इसके अलावा कहीं ऊंचा नीचा, कुल मिलाकर जल निकासी के लिए लेवल भी सही नहीं बनाया गया, नाला इतना ऊंचा बना दिया गया है कि लोग अपने घरों के सामने अब रैंप बना लिए हैं जिससे सड़क की चौड़ाई कम हो रही है अभी से ही तमाम दुर्घटनाएं हो रही हैं, आगे चलकर दुर्घटनाओं का यह अड्डा बन जाएगा । जहां जहां नाला बना है वहां बस्ती है , लोग अपने घरों तक पहुंचने के लिए रोड की तरफ रैम्प बना लिए हैं जिससे रोड अब संकरी हो रही है । नाला निर्माण की उपयोगिता एकदम शून्य साबित होगी ।
सूत्रों के मुताबिक इस नाले की लागत 17 करोड़ 50 लाख बताई जा रही है। इतनी बड़ी रकम से बनाया जा रहा नाला में विभाग अधिकारी मानकों को ताक में रखकर खिलवाड़ कर रहे हैं और बड़े पदों पर आसीन जिम्मेदार अधिकारी मौन साधे हुए हैं ।
इसी तरह कालूपुर के पास भी नाला बनाया जा रहा है उसमें तो यह भी बताया जा रहा है कि 50 मी नाला बनाया ही नहीं गया और उसका पैसा निकाल लिया गया है । यह जांच का विषय है। जनमानस ने बेडी पुलिया से लेकर मंदाकिनी पुल और कालूपुर के पास बनाए जा रहे नाला निर्माण की उच्च स्तरीय जांच करिने के लिए जिलाधिकारी से मांग की है।
Author: samachar
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