आनंद शर्मा की रिपोर्ट
भरतपुर : राजस्थान में 23 नवंबर के विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी। 41 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद अब टिकट कटने वाले नेताओं का विरोध भी सामने आने लगा है। राजस्थान के भरतपुर में नगर विधानसभा टिकट कटने से नाराज पूर्व विधायक अनिता सिंह और भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता नेम सिंह फौजदार बीजेपी के सामने अपनी निर्दलीय ताल ठोंक सकती हैं। अगर ऐसा हुआ तो, यह बीजेपी के लिए नुकसानदायक होगा।
बीजेपी से टिकट कटने के बाद पूर्व विधायक अनिता सिंह ने सोशल मीडिया पर अपने निर्दलीय चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। अनिता सिंह बीजेपी से दो बार विधायक रह चुकी है। इस दौरान अनिता सिंह 2008 और 2013 में विधायक रही। जबकि 2018 में अनिता सिंह को हार का सामना देखना पड़ा। इसके चलते इस बार बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया। उधर, टिकट कटने से खफा अनिता सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि ‘मेरे पास नगर विधानसभा क्षेत्र से हजारों लोगों के फोन आ रहे हैं कि मुझे चुनाव लड़ना चाहिए। मैं आपकी भावनाओं का सम्मान करती हूं। अभी मैं जयपुर हूं। मंगलवार शाम तक आपके बीच उपस्थित होऊंगी। उसके बाद अपने मन की बात आपके बीच रखूंगी। इस पर आपका जो भी आदेश होगा। वह सर आंखों पर होगा।
इधर, अलवर में भी सांसद बाबा बालकनाथ को टिकट मिलने से तिजारा से पूर्व विधायक मामन यादव ने भी उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यहां मामन यादव ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। बताया जा रहा है कि तिजारा से बाबा बालक नाथ को टिकट मिलने से स्थानीय नेताओं में नाराजगी है। पूर्व विधायक मामन सिंह यादव नें कहा है कि बालक नाथ को अचानक तिजारा की जनता पर थोपा गया है। इससे तिजारा की जनता में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि जनता की महापंचायत ने उन्हें चुनाव लड़ने का आदेश दिया है। इधर, उनके समर्थक स्थानीय लोगों ने कहा कि बाबा की पेटी यहां से खाली की जाएगी ।
अजमेर के किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र से पार्टी ने सांसद भागीरथ चौधरी का नाम फाइनल किया है। इसके बाद मंगलवार को विकास चौधरी भावुक हो गए और समर्थकों के बीच फूट-फूट कर रो पड़े । वही समर्थकों ने नारेबाजी कर विकास चौधरी का हौसला बढ़ाया। भागीरथ चौधरी को टिकट मिलने के बाद यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि विकास चौधरी यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। बता दें कि वर्तमान में यहां सुरेश टांक विधायक है, जिन्होंने निर्दलीय ही चुनाव लड़ा था। बीजेपी ने विकास चौधरी पर दांव लगाया था।
सांचौर में देवजी पटेल के खिलाफ जीवाराम और दानाराम ने खोला मोर्चा
सांचौर में भी पार्टी ने सांसद पर दांव खेला है। यहां पार्टी ने देवजी पटेल के नाम पर मुहर लगाई है। लिहाजा बीजेपी के पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी और पूर्व प्रत्याशी दानाराम चौधरी ने विरोध जताया है। दोनों बीजेपी नेताओं के समर्थकों ने मंगलवार को यहां सभा की। इस दौरान उन्होंने पार्टी से नाराजगी जताते हुए टिकट बंटवारा दोबारा विचार रखने की मांग की।
Author: samachar
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