Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 4:24 pm

लेटेस्ट न्यूज़

मां की मौत का ऐसा खूनी इंतकाम लिया बेटे ने कि सुनकर लोग रह गए दंग

15 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए एक व्यक्ति पुत्रों को गिरफ्तार किया है। इन्होने एक 50 वर्षीय महिला की निर्मम हत्या कर उसे हादसे की शक्ल देने की कोशिश की थी।

हैरान करने वाली बात ये है कि ये हत्या 12 साल पहले हुई एक घटना का बदला लेने के लिए की गई।

सड़क पर मिला था रक्त रंजित शव

दरअसल, पूरा मामला आजमगढ़ के तरवां क्षेत्र के बनगांव का है। यहां बीते शनिवार की सुबह मायके में अकेले रहने वाली 50 वर्षीय सुनीता उर्फ सुमित्रा देवी का रक्त रंजित शव घर से कुछ दूरी पर स्थित चकमार्ग पर मिला था। जिसके बाद मृतका की पुत्री रंजना ने बनगांव निवासी रामप्रवेश सिंह के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

2 सीन में किया खुलासा 

सोमवार को पुलिस ने इस मामले में आरोपित रामप्रवेश सिंह व उसके दो बेटों शिवम व सुंदरम को बनगांव-उमरी मोड़ से गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एसपी सिटी शैलेन्द्र लाल ने पूरे मामले का हैरान कर देने वाला खुलासा किया।

मायके में 20 साल से अकेले रह रही थी सुनीता 

पुलिस ने वताया कि जौनपुर जिले के चंदवक थाना अंतर्गत करनेहुवा ग्राम निवासी पनधारी राजभर की मौत के बाद उसकी पत्नी सुनीता उर्फ सुमित्रा लगभग पिछले 20 वर्षों से अपने मायके में रह रही थी। उसके पांच बच्चों में चार विवाहित हैं। मायके में अकेले रहते हुए सुनीता नेवासे में मिले खेत व घर की देखभाल करती थी।

पिता से था अफैर, माँ ने कर ली आत्महत्या 

लेकिन इसी बीच सुनीता और आरोपी रामप्रवेश सिंह के बीच अवैध संबंध स्थापित हो गए। इसी के चलते रामप्रवेश की पत्नी ने विगत वर्ष 2011 में अपने दो पुत्रों का मोह छोड़ आत्महत्या कर ली थी। इस बात से रामप्रवेश के दोनों बेटे सुनीता से खार खाते थे। समय के साथ रामप्रवेश और सुनीता के बीच दूरियां बढ़ गई लेकिन उनके संबंध को लेकर रामप्रवेश के दोनों बेटों के मन से महिला के प्रति घृणा का भाव कम नहीं हो सका।

12 साल बाद बेटों ने लिया बदला 

जिसके चलते शुक्रवार की रात जब सुनीता धान के फसल की सिंचाई के लिए गांव के एक व्यक्ति के नलकूप की ओर गई, तभी वहां पहुंचे रामप्रवेश सिंह के दोनों बेटों ने सुनीता के सिर पर घातक प्रहार कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए शव को गांव के रास्ते पर फेंक कर सभी फरार हो गए।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़