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20 January 2025 1:14 am

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“हम ‘राम’ नहीं ‘काम’ पर वोट मांग रहे हैं” ; भूपेश बघेल ने तेज कर दी चुनावी रणनीति

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रघू यादव मस्तूरी की रिपोर्ट 

रायपुर: छत्तीसगढ़ में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Chunav 2023) हैं। ऐसे में सत्ताधारी कांग्रेस और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने तैयारी तेज कर दी है। वो अपनी कई योजनाओं के जरिए सत्ता वापसी की कवायद में जुटे हैं। सीएम भूपेश बघेल ने साफ कर दिया कि हमने कभी राम के नाम पर वोट नहीं मांगा है। ये आस्था का विषय है। हम काम के नाम पर वोट मांगेंगे। हम धर्म के नाम पर राजनीति नहीं कर रहे यह हमारी संस्कृति में है। मुख्यमंत्री ने ये बातें एबीपी न्यूज शिखर सम्मेलन कार्यक्रम में कही हैं।

भूपेश बघेल ने गिनाए अपनी सरकार के काम

सीएम भूपेश बघेल ने इस दौरान अपनी सरकार में किए गए कार्यों और योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के छत्तीसगढ़ की पहचान खदानों और नक्सली घटनाओं को लेकर रही। हालांकि, हमने इसे उससे बदलने की कोशिश की। लोगों को पहले पता नहीं था कि रामजी का ननिहाल छत्तीसगढ़ में हैं। हम उसी के बारे में सबको बता रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने अभी भी रामसेतु पर जो एफिडेविट दिया वो क्या है। हम राम को साकार भी मानते हैं और निराकार भी मानते हैं।

‘हमने खेती को भी लाभकारी बनाया’

सीएम भूपेश बघेल ने अपनी सरकार के कार्यों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हम कृषि को भी लाभकारी बना रहे। महात्मा गांधी ने ग्राम स्वराज्य की बात कही थी। हम उसी को फोकस कर रहे। गो-पालन को भी लाभकारी बना रहे। पुराने समय में गांव उत्पादन का केंद्र था और शहर विपणन का केंद्र था तब जाकर भारत सोने की चिड़िया था। हम उसी को लेकर चल रहे हैं। हम छत्तीसगढ़ में उसी दिशा में चल रहे हैं। बीते 5 साल में दो साल कोरोना का भी था। तब भी लगातार गांव और शहरों को आगे बढ़ाने में जुटे हैं।

रमन सिंह के आरोपों पर सीएम बघेल ने क्या कहा

गोबर खरीद मामले में कमी आने को लेकर रमन सिंह के भूपेश सरकार पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बाहर से गोबर मंगा रहे हैं। इस पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि आखिर गोबर यूपी से मंगाया जा रहा कि मध्य प्रदेश से। दो रुपये किलो गोबर में अगर दूसरे जगह से मंगाया गया तो सोचिए ट्रांसपोर्टेशन में कितना खर्च आएगा। मुख्यमंत्री से जब राज्य में गरीबी का मुद्दा उठाया। भूपेश बघेल ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 5 साल में 40 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं।

एक लाख 22 हजार लोगों को बेरोजगारी भत्ता दे रहे’

भूपेश बघेल ने कहा कि आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी के 15 साल के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में 40 फीसदी जनसंख्या गरीबी रेखा के नीचे थे। हमने डायरेक्टर ट्रांसफर स्कीम से 40 लाख लोगों को गरीबी रेखा से बाहर किया। पहले 12 लाख किसान देते थे आज 24 लाख किसान धान बेच रहे। आज 26 लाख किसान अपने काम में जुटे हैं। हम लगातार किसानों की मदद के लिए काम कर रहे। दूध का उत्पादन भी राज्य में बढ़ा। एक लाख 22 हजार लोगों को बेरोजगारी भत्ता दे रहे हैं।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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