संतोष कुमार सोनी की रिपोर्ट
बांदा। राजकीय रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा की एमबीबीएस की छात्रा ने अज्ञात कारणों के चलते अपने कमरे में फांसी लगा ली।
जानकारी मिलते ही मेडिकल कालेज परिसर में हडकंप मच गया। आखिर किसी तरह से तत्काल उसे कमरे से बाहर निकाल कर समुचित इलाज हेतु इमरजेंसी वार्ड ले जाया गया जहां पर कई सुयोग्य डाक्टरों के तमाम प्रयासों के बावजूद भी उसे उसकी मौत होने बचाया नहीं जा सका। समाचार लिखे जाने तक उसके द्वारा उठाये गये इस आत्महत्या जैसे कठोर कदम का कारण ज्ञात नहीं हो सका।
अचानक हुई इस दु:खद घटना के बारे में सूत्र बताते हैं कि ऊषा भार्गव निवासी चुरू राजस्थान 2020 बैच की एमबीबीएस छात्रा थी जो कालेज परिसर में ही बने छात्रावास के कमरा नंबर 18 मे रहती थी। उसने बुधवार को दोपहर समय लगभग 12बजे अपने कमरे में फांसी लगा ली। यह जानकारी मिलते ही मेडिकल कालेज के छात्रों व कालेज स्टाफ में हडकंप मच गया आनन फानन में छात्रा को फांसी के फंदे से उतारा गया। उस समय उसकी सांसे भी अनियंत्रित गति से चल रही थी। उसकी हालत नाजुक होने के चलते उसे तत्काल समुचित इलाज के लिए ले जाया गया जहाँ पर कई डाक्टरों की टीम ने उसका उपचार प्रारंभ कर दिया। किन्तु चिकित्सकों के तमाम कोशिशों के बावजूद भी उसे बचाया नहीं जा सका ।
इसी बीच उक्त घटना की सूचना प्रशासनिक अमले को मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र, क्षेत्राधिकारी नगर गविंद्र पाल गौतम और शहर कोतवाल मनोज शुक्ला आदि ने मौके पर पहुँचकर प्रारंम्भिक जांच पडताल शुरू कर दी।
इस घटनाक्रम के बारे में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डाक्टर एस के कौशल से जानकारी लेने पर उन्होंने छात्रा द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटना की पुष्टि करते हुये बताया कि हमारे द्वारा मृतका के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। उनके आने के बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी।
Author: samachar
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