अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
अतीक अहमद (Atique Ahmed) की हत्या का केस चल रहा है। हत्या के सभी आरोपी गिरफ्तार है। 15 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में हत्या कर दी गई थी। माफिया ब्रदर्स को गोलियों से भून दिया गया था। उस वक्त अतीक और अशरफ को प्रयागराज के अस्पताल में मेडिकल के लिए लाया गया था और वो मीडिया से बात कर रहे थे। बस इसी दौरान उनपर फायरिंग हुई और मौके पर ही दोनों की मौत हो गई।
अतीक और अशरफ की मौत के बाद से ही लगातार इस हत्या पर सवाल उठ रहे थे, लेकिन अब जबकि सुप्रीम कोर्ट ने इस हत्या पर सवाल उठा दिए हैं तो ये मामला और गंभीर हो गया है। सुप्रीम कोर्ट में अतीक अहमद और अशरफ की बहन आयशा नूरी ने याचिका दायर की थी। इस याचिका में आयशा ने अपने भाइयों की मौत की व्यापक जांच के निर्देश देने की अपील की थी। इस याचिका पर सुनवाई के दौरान ही सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 5-10 लोग अतीक की सुरक्षा में तैनात थे तो फिर कैसे उसकी हत्या हो गई? या ये किसी की मिलीभगत है? कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस भी जारी है किया है।
अब सवाल ये है कि सुप्रीम कोर्ट को ऐसा क्यों लगा कि इसमें कोई मिलीभगत हो सकती है। वो 5 प्वाइंट में जान लीजिए जो अतीक और अशरफ की हत्या पर सवाल खड़े करते हैं। ये पांच पॉइंट है जो पुलिस और सरकार को कटघरे में खड़ा करते हैं लोगों के दिमाग में शक पैदा करते हैं।
- अतीक और अशरफ की परेड क्यों कराई गई?
अतीक अहमद और अशरफ को मेडिकल के लिए प्रयागराज के अस्पताल में ला जा रहा था, लेकिन उनकी एंबुलेंस गेट से काफी दूर खड़ी थी। वो पैदल चलकर अस्पताल के गेट तक जा रहे थे। मीडिया वालों ने उन्हें घेर लिया था। आखिर ऐसा क्यों हुआ। क्यों नहीं माफिया ब्रदर्स की एंबुलेंस की सीधा गेट तक ले जाकर उन्हें अंदर ले जाया गया। क्यों मीडिया से बात करने के लिए उन्हें बाहर खड़ा किया गया।
- सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी क्या कर रहे थे?
अतीक और अशरफ की सुरक्षा में 5-10 पुलिसकर्मी तैनात थे, लेकिन जब हत्यारे आए तो पुलिस की तरफ से कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। ये बेहद अजीब था। जब पुलिस वाले अतीक की सुरक्षा घेरे में तैनात थे तो उन्होंने क्यों हत्यारों पर हमला नहीं किया और न ही कोई बचाव के लिए एक्शन लिया गया।
3 अतीक को खुली जीप क्यों ले जाया जा रहा था?
अतीक अहमद और अशरफ को पेशी के दौरान जो काफिला था उसमें दो खुली जीप थी जबकि एक स्कॉर्पियो कार। अतीक अहमद की जान को खतरा था बावजूद इसके क्यों अतीक को खुली जीप से ले जाया जा रहा था, ये बात बेहद हैरान करने वाली थी।
- क्यों अतीक की गाड़ी में नहीं थे सीसीटीवी?
अतीक और अशरफ की सुरक्षा में लापरवाही का एक सबसे बड़ा प्वाइंट ये भी था कि जिस गाड़ी से अतीक और अशरफ को प्रयागराज में पुलिस लेकर जा रही थी उस गाड़ी में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए थे। सीसीटीवी कैमरा किसी भी तरह की गड़बड़ी को पकड़ने के लिए एक अच्छा सबूत हो सकता है और सीसीटीवी न लगा होना पुलिस की मंशा पर सवाल उठाता है।
- अतीक की सुरक्षा कम क्यों की गई?
इंटेलिजेंस ने ये पहले ही बता दिया था माफिया अतीक अहमद की जान को खतरा है। खुद अतीक भी कोर्ट में अपनी सुरक्षा की मांग कर चुका था।
साबरमती जेल से प्रयागराज लाते समय अतीक की सुरक्षा का खास ख्याल रखा गया था, हजारों सुरक्षाकर्मी तैनात रहते थे, लेकिन प्रयागराज आते ही सुरक्षा बेहद कम कर दी गई। अतीक को एक साधारण कैदी की तरह मेडिकल के लिए ले जाया गया जो सवाल खड़े करता है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."